सूरत, 3 अक्टूबर।
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने जापान के भूमि, आधारभूत संरचना, परिवहन और पर्यटन मंत्री हिरोमासा नाकानो के साथ सूरत हाई-स्पीड रेल (एचएसआर) परियोजना के निर्माण स्थल का दौरा किया।
रेल मंत्रालय के अनुसार, दोनों मंत्रियों ने परियोजना के महत्वपूर्ण हिस्सों की समीक्षा की। इनमें ट्रैक स्लैब लेयिंग कार और ट्रैक स्लैब एडजस्टमेंट फैसिलिटी शामिल थे। दोनों मंत्रियों ने निर्माण की गति और गुणवत्ता की सराहना की और परियोजना के सुचारू क्रियान्वयन पर संतोष व्यक्त किया।
यह दौरा भारत और जापान के बीच देश की पहली हाई-स्पीड रेल परियोजना को आगे बढ़ाने में मजबूत सहयोग को दर्शाता है। परियोजना के तहत सूरत और अहमदाबाद के बीच अत्याधुनिक हाई-स्पीड रेल का निर्माण किया जा रहा है, जो आने वाले वर्षों में क्षेत्रीय कनेक्टिविटी और यात्री सुविधाओं में सुधार लाएगा।
इससे पहले, जापान के मंत्री हिरोमासा नाकानो का सूरत हवाईअड्डे पर पारंपरिक गरबा समारोह से स्वागत किया गया। यह दौरा दोनों देशों के बीच उच्च स्तरीय तकनीकी सहयोग और भविष्य में रेल क्षेत्रों में साझेदारी की दिशा में महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
रेल मंत्रालय ने बताया कि परियोजना की निर्माण गतिविधियां समयबद्ध और गुणवत्ता मानकों के अनुरूप चल रही हैं। ट्रैक स्लैब लेयिंग और एडजस्टमेंट कार्यों की प्रगति के निरीक्षण से यह सुनिश्चित हुआ कि हाई-स्पीड रेल के संचालन के लिए सभी तकनीकी मानक पूरे किए जा रहे हैं।
सूरत हाई-स्पीड रेल परियोजना, भारत और जापान के बीच आर्थिक और तकनीकी सहयोग का प्रतीक मानी जा रही है और यह पश्चिमी भारत में आधुनिक रेलवे इन्फ्रास्ट्रक्चर के विकास में मील का पत्थर साबित होगी।