पश्चिमी सिंहभूम। खरीफ विपणन मौसम 2025-26 के अंतर्गत झारखंड सरकार की धान अधिप्राप्ति योजना की शुरुआत सोमवार से हो गई। इसी क्रम में उपायुक्त चंदन कुमार ने तांतनगर प्रखंड में स्थापित धान अधिप्राप्ति केंद्र का विधिवत उद्घाटन किया। उन्होंने फीता काटकर किसानों से धान की खरीद प्रक्रिया का शुभारंभ कराया।
इस मौके पर सदर चाईबासा अनुमंडल पदाधिकारी संदीप अनुराग टोपनो, जिला आपूर्ति पदाधिकारी सुनीला खलको, जिला सहकारिता पदाधिकारी अमृता कुमारी, प्रखंड विकास पदाधिकारी आशीष पवन लकड़ा, जिला परिषद सदस्य, प्रखंड प्रमुख, स्थानीय मुखिया और बड़ी संख्या में किसान उपस्थित रहे।
व्यवस्थाओं का लिया जायजा
उपायुक्त ने धान अधिप्राप्ति केंद्र का निरीक्षण करते हुए तौल मशीन, बोरा, नमी मापक यंत्र, ई-पॉश मशीन सहित सभी आवश्यक व्यवस्थाओं का जायजा लिया। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि किसानों को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो और खरीद प्रक्रिया पूरी तरह पारदर्शी रहे।
2450 रुपये प्रति क्विंटल मिलेगा समर्थन मूल्य
उपायुक्त चंदन कुमार ने किसानों को संबोधित करते हुए बताया कि वित्तीय वर्ष 2025-26 में झारखंड सरकार द्वारा सामान्य श्रेणी के धान के लिए 2450 रुपये प्रति क्विंटल (समर्थन मूल्य एवं बोनस सहित) की दर से एकमुश्त भुगतान किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि इस वर्ष धान खरीद के बाद भुगतान प्रक्रिया को सरल और तेज बनाया गया है। धान की खरीद के एक सप्ताह के भीतर किसानों के बैंक खातों में डीबीटी (डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर) के माध्यम से राशि भेज दी जाएगी।
ई-उपार्जन पोर्टल पर निबंधन जरूरी
उपायुक्त ने किसानों को किसान ई-उपार्जन पोर्टल पर निबंधन कराने की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि मोबाइल एप्लीकेशन के जरिए स्लॉट बुक कर किसान अपनी सुविधा के अनुसार धान बेच सकते हैं।
200 क्विंटल प्रति किसान की सीमा
धान अधिप्राप्ति के लिए प्रति किसान अधिकतम 200 क्विंटल की सीमा निर्धारित की गई है। उपायुक्त ने किसानों से अपील की कि वे बिचौलियों से सावधान रहें और अपनी फसल औने-पौने दाम पर न बेचें।
उन्होंने बताया कि पश्चिमी सिंहभूम जिले में कुल 16 धान अधिप्राप्ति केंद्र स्थापित किए गए हैं, जहां किसान अपनी उपज बेचकर सरकार द्वारा निर्धारित समर्थन मूल्य का लाभ उठा सकते हैं।




