हुगली जिले के आरामबाग के कानपुर इलाके में 13 किलोमीटर लंबी सड़क के निर्माण को लेकर स्थानीय किसानों और प्रशासन के बीच तनाव की स्थिति बनी हुई है। किसानों का आरोप है कि सड़क निर्माण के लिए उनकी उपजाऊ जमीन से मिट्टी काटी जा रही है, जिससे उनकी जमीन की उर्वरता नष्ट हो रही है। इससे उनकी आजीविका खतरे में है, क्योंकि उपजाऊ मिट्टी हटाने से फसल उत्पादन प्रभावित हो रहा है। किसानों ने बताया कि पिछली सरकार के समय उन्होंने अपनी जमीन देकर खेतों तक पहुंचने के लिए सड़कें बनाई थीं, लेकिन बार-बार मिट्टी काटने से उनकी जमीन बंजर हो रही है। इसके अलावा, किसानों का कहना है कि उन्हें जमीन न देने पर जान से मारने और “मिट्टी में मिला देने” की धमकियां दी जा रही हैं।
दूसरी ओर, स्थानीय माधबपुर ग्राम पंचायत के सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के सदस्य शेख मिराज का दावा है कि 13,000 किसानों में से केवल 10-12 किसान ही सड़क निर्माण का विरोध कर रहे हैं, और यह विरोध विपक्ष के उकसावे पर हो रहा है। उनका कहना है कि 13 किलोमीटर की सड़क में से 11 किलोमीटर का निर्माण पूरा हो चुका है, और जमीन को समतल करने का काम किया जा रहा है, फिर भी कुछ किसान नाराज हैं।