रोजमर्रा की शिकायतों पर ठाणे में विरोध मार्च
मुंबई/ठाणे, 10 अक्टूबर (हि.स.)। ठाणे के नागरिक ट्रैफ़िक जाम, पानी की कमी, अवैध निर्माण, अधिकारियों के भ्रष्टाचार और बढ़ते अपराध से परेशान हैं। शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) और महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) ने इन मुद्दों पर एल्गार करते हुए सोमवार (13 अक्टूबर) को ठाणे नगर पालिका मुख्यालय पर विरोध प्रदर्शन की घोषणा की है।
मार्च की विशेष जानकारी
मार्च शाम 4 बजे राम गणेश गडकरी रंगायतन सभागृह से शुरू होगा। यह ठाणे में पहली बार दोनों दलों का संयुक्त मार्च होगा, जिसमें हजारों कार्यकर्ता और प्रबुद्ध नागरिक शामिल होंगे।
प्रमुख नेताओं के बयानों में आरोप
पूर्व सांसद राजन विचारे ने कहा कि पिछले तीन वर्षों में ठाणे का प्रशासन नियंत्रण से बाहर है। नगर निगम में चुनाव नहीं हुए हैं और सरकारी धन का हिसाब नहीं है। उन्होंने आरोप लगाया कि अधिकारी काम करने के बजाय बिल वसूलने में व्यस्त हैं और नागरिकों को धमकियाँ दी जा रही हैं।
मनसे नेता अविनाश जाधव ने कहा कि बालासाहेब की असली सेना ठाणे की सड़कों पर उतरेगी और अब ठाणे में आतंक नहीं रहेगा।
विरोध के मुख्य मुद्दे
- ट्रैफ़िक जाम और सड़क की खराब स्थिति
- पानी की कमी और अवैध बिलिंग
- भ्रष्टाचार और क्लस्टर योजना घोटाले
- बढ़ते अपराध और प्रशासन की मनमानी
संदेश: नागरिकों की रोजमर्रा की समस्याओं पर ध्यान देने और पारदर्शी प्रशासन की मांग के लिए शिवसेना और मनसे ठाणे में एकजुट होकर मार्च करेंगे।