पकड़े गए आरोपी ने करवाया अकाउंट उपलब्धहिसार, 6 फरवरी (हि.स.)। हिसार साइबर थाना पुलिस ने शेयर मार्केट में ट्रेडिंग के नाम पर की गई 18 लाख रुपए की ठगी मामले में तीसरे आरोपी को गिरफ्तार किया है। उसकी पहचान बिहार के गोपालगंज जिले के भोरे निवासी शमशाद अंसारी के रूप में हुई है जिसे निजामुद्दीन कॉलोनी भोपाल से गिरफ्तार किया गया है। मामले में जांच अधिकारी एएसआई प्रदीप ने गुरुवार को बताया कि उपरोक्त आरोपी ठगी के पैसे ट्रांसफर करवाने के लिए बैंक अकाउंट उपलब्ध करवाता है। इस मामले में पहले दो आरोपियों फतेहाबाद में रह रहे मुरादाबाद निवासी सोनू और फरीदाबाद में रह रहे गोपालगंज निवासी सुधीर यादव को गिरफ्तार किया जा चुका है। पुलिस के अनुसार इस संबंध में हिसार साइबर थाना में एनसीसीआरपी पोर्टल से 27 दिसंबर 2024 को शेयर बाजार में ट्रेडिंग के नाम पर एक इलेक्ट्रिकल दुकान संचालक से 18 लाख रुपए की ठगी होने के बारे में एक शिकायत प्राप्त हुई। इसमें शिकायतकर्ता ने बताया कि 8 नवंबर को को मेरे मोबाइल नंबर पर किसी ऐश्वर्य शास्त्री का फोन आया। उसने अपने आप को एक फाइनेंशियल कंपनी का एसेक्टिव बताया और व्हाट्सएप पर कंपनी का सीआईएन नंबर सहित सेबी स्टॉक ब्रोकर रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट देकर कहा कि हम ट्रेडिंग का काम करते है और डिमेट/ट्रेडिंग अकाउंट खोलते है। इसी के चलते 20 दिसंबर को शिकायकर्ता के पास एक लिंक भेजा और दस्तावेज ले उसका ट्रेडिंग अकाउंट खोल दिया। अगले दिन 21 दिसंबर को शिकायतकर्ता ने लिंक पर मिले ऐप से कस्टमर केयर नंबर पर अनिल नामक युवक से बात कर उसके द्वारा बताए गए अकाउंट में 50 हजार रुपए ट्रांसफर कर दिए। इस तरह आईपीओ खरीदने, ट्रेडिंग के नाम पर अलग अलग तारीख पर शिकायतकर्ता ने पैसे ट्रांसफर किए। मामले के अनुसार 13 दिसंबर को ऐश्वर्य शास्त्री ने शिकायतकर्ता से कहा कि उसके ट्रेडिंग अकाउंट में 33 लाख 84 हजार रुपए है और उन्हें निकालने के लिए प्रॉफिट का 20 प्रतिशत जमा करवाना होगा। साथ ही पैसे निकालने के लिए टैक्स अलग अलग तारीख पर पैसे जमा करवाने लिए कहा। इस तरह शिकायतकर्ता से ट्रेडिंग, आईपीओ खरीदने, टैक्स और चार्ज के रूप में 18 लाख 105 रुपए की ठगी की गई। जांच अधिकारी एएसआई प्रदीप ने बताया कि पुलिस ने शिकायत पर केस दर्ज करके जांच व छानबीन करते हुए इस मामले में अब तक तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपी शमशाद अंसारी को पूछताछ के बाद अदालत में पेश किया, जहां से उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।