अनूपपुर, 14 जनवरी (हि.स.)। दो दिनों से कोहरा और कड़ाके की ठंड के चलते दिन के तापमान में गिरावट आई है। इसका भी लोगों पर पड़ा है। वहीं कलेक्टर ने माध्यमिक स्तर के स्कूलों की दो दिनों की छुट्टी घोषित कर दी। दिनभर लोग ठण्ड में घर से लेकर दफ्तरों में ठिठुरते रहे। मौसम की चहुंतरफा मार से सब्जी की खेती को नुकसान है। गेहूं के लिए यह बारिश फायदेमंद बताई जा रही है। मौसम विभाग द्वारा अभी इसी तरह ठण्डी रहने का अनुमान जताया गया है। जिले में सोमवार को दिनभर सूर्य के दर्शन नहीं हुए मंगलवार की सुबह 10.30 बजे धूप निकलने से लोगो को राहत मिली। लगातार दो दिनों से सुबह पांच बजे से घने कोहरे की चादर में पूरा जिला डूबा रहा। शाम तक इसी तरह मौसम खुला रहने से लोगों के कामकाज सामान्य तरीके से संचालित हो पाए। इस दौरान मौसम में गलनभरी ठंड का प्रभाव ज्यादा रहा। रात्रि का न्यूनतम तापमान 10.2 डिसे. रिकार्ड किया गया है। वहीं शीतलहर से दिन का अधिकतम भी लुढ़ककर 18.0 डिसे. में चल रहा है। मौसम विज्ञान केन्द्र अनुसार आगामी 24 घण्टे में शीतलहर के चलते दिन में गलन वाली ठण्ड पड़ रही है।
दृश्यता रही 20 मीटर
जिला मुख्यालय सहित कोयलांचल क्षेत्र में ठंड से तीन दिनों की राहत के बाद ठंड ने अपना असर दिखाना शुरू कर दिया। दो दिनों से सुबह से ही कोहरे की चादर रही, जिससे सड़क पर चलने वाले वाहनों की रफ्तार मंद हो गई। लोग अपने वाहनों की लाइट जलाकर सड़कों पर वाहन चलाने को मजबूर हो गए। इस दौरान विजिबिलिटी20 मीटर से भी काम थी।
टमाटर के पौधे मुरझायें
मौसम में परिवर्तन प्रतिकूल असर सब्जी की खेती करने वाले किसानों पर पड़ रहा है। किसानों का कहना है कोहरे के चलते टमाटर के पौधे मुरझा गए हैं। गोभी का रंग भी पीला पड़ रहा है। आलू के पौधों में भी मौसम का असर नजर आ रहा है। खराब होने के डर से किसान औने पौने दाम में अपनी फसल बेच रहे हैं। बाजार में आलू, गोभी के दाम में गिरावट आई है।
पिछले साल से अधिक ठंड
जिले की जलवायु अनुसार सामान्यतः अधिक ठण्डी दिसंबर व जनवरी माह में ही पड़ती है। पिछले पांच सालों में जनवरी सबसे अधिक वर्ष 2023 में कंपकंपाई थी। बीते एक सप्ताीह जनवरी की रात्रि सबसे ज्यादा सर्द रही। अब दो दिन से कोहरे के बाद फिर से रात्रि के तापमान में गिरावट का अनुमान है।
जिले के कृषि विभाग के अधिकारियों का कहना हौं कि जिले में अभी ज्यादातर दलहन व तिलहन की फसलें फूल व फल लगने की स्थिति में नहीं आई है। बारिश भी मध्यम प्रकार की है इसलिए इसका नुकसान फसलों में कम पड़ेगा। चना, मसूर के पौधे अभी छोटे हैं। खेत में अधिकतर गेहूं 40- 50 का दिन है। यह बारिश गेहूं के लिए फायदेमंद है। सब्जी में गोभी के पौधे प्रभावित हो सकते हैं। शेष में ज्यादा नुकसान नहीं है।