जींद, 15 जनवरी (हि.स.)। सफीदों नगर की आदर्श कॉलोनी में एक कलयुगी महिला अपनी नवजात बच्ची को गली में सरेआम मरने के लिए फेंक दिया।
सूचना पाकर सिटी थाना पुलिस कॉलोनी में पहुंची और एंबुलेंस को बुलाकर बच्ची को नागरिक अस्पताल में पहुंचाया। समाचार लिखे जाने तक पुलिस आवश्यक कार्रवाई कर रही थी। जैसे ही घटना की सूचना मिली तो गली में हडकंप मच गया और काफी तादाद में कालोनी वासी मौके पर जमा हो गए। हर कोई इस कृत्य की भर्त्सना कर रहा था।
मिली जानकारी के अनुसार नगर की आदर्श कॉलोनी में एक महिला सीमा को घर की खिड़की से अल सुबह एक बच्ची की रोने की आवाज सुनाई दी।
आवाज को सुनकर सीमा बाहर आई तो उसने देखा कि गली में खड़ी एक रिक्शा बाइक के नीचे कपड़े में लिपटी खून से लथपथ एक बच्ची रो रही है और उसके चारों ओर कुत्ते मंडरा रहे थे। बच्ची का रो रोकर बुरा हाल था। महिला ने तत्काल लड़की को वहां से उठाया और अपने घर पर लेकर आई। उसने उसके कपड़े बदले तथा उसे दूध पिलाकर शांत करवाया। उसके बाद उसने इसकी सूचना सफीदों पुलिस को दी। सूचना पाकर पुलिस मौके पर पहुंची और एंबुलेंस को बुलाकर नवजात बच्ची को सफीदों के नागरिक अस्पताल में पहुंचाया। जहां पर डॉक्टर में उसकी उसका निरीक्षण किया। लड़की की हालत बेहतर बताई जा रही है। वहीं इस घटना को लेकर आदर्श कॉलोनी में हड़कंप बचा हुआ है तथा काफी लोग मौके पर पहुंचे। कॉलोनी के लोगों ने इस घृणित घटनाक्रम की भर्त्सना करते हुए प्रशासन से मांग की कि ऐसा गलत कार्य करने वाले के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। वहीं बच्ची के मिलने के बाद सीमा सहित पूरी कॉलोनी में खुशी की लहर भी दौड़ गई है। हर कोई उसे बच्ची को पालने की बात कह रहा है। जिस महिला ने सीमा ने इस लड़की को उठाया है उसका कहना यह है कि यह बच्ची उसके घर पर लक्ष्मी स्वरुपा आई है। अगर प्रशासन इजाजत देगा तो वह बच्ची को अपने चौथे बच्चे के रूप में पालने के तैयार हैै। सीमा ने बच्ची का नामकरण खुशी कर दिया है।