तिरुवनंतपुरम में भाजपा की जीत से बदली राजनीति
केरल के स्थानीय निकाय चुनावों में बड़ा राजनीतिक उलटफेर देखने को मिला।
तिरुवनंतपुरम में भाजपा की जीत को पार्टी ने ऐतिहासिक बताया है।
नगर निगम में मिला स्पष्ट बहुमत
तिरुवनंतपुरम नगर निगम में भाजपा और एनडीए ने स्पष्ट बहुमत हासिल किया।
यह क्षेत्र लंबे समय से वामपंथ और कांग्रेस का गढ़ माना जाता रहा है।
दशकों पुराना समीकरण टूटा
अब तक नगर निगम में एलडीएफ और यूडीएफ का दबदबा रहा।
लोकसभा में भी कांग्रेस नेता शशि थरूर लगातार जीतते आए हैं।
भाजपा मुख्यालय में जश्न
भाजपा मुख्यालय में जीत के बाद उत्साह का माहौल रहा।
राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ. सुधांशु त्रिवेदी ने इसे अभूतपूर्व दिन बताया।
केरल की राजनीति में नया मोड़
डॉ. त्रिवेदी ने कहा कि तिरुवनंतपुरम में भाजपा की जीत
केरल की राजनीति में बड़ा बदलाव दर्शाती है।
एनडीए को बताया जनता का आशीर्वाद
उन्होंने कहा कि यह परिणाम दूरगामी संकेत देता है।
उन्होंने इसे एनडीए के लिए जनता का आशीर्वाद बताया।
कांग्रेस और वाम दलों पर हमला
डॉ. त्रिवेदी ने कांग्रेस और वाम दलों पर दोहरी राजनीति का आरोप लगाया।
उन्होंने कहा कि दिल्ली में दोनों साथ हैं, केरल में विरोधी बनते हैं।
मतदाताओं को गुमराह करने का आरोप
उन्होंने कहा कि जनता अब इस दिखावटी विरोध को समझ चुकी है।
लोग भ्रम और झूठी प्रतिद्वंद्विता से प्रभावित नहीं होंगे।
वोट कटने पर उठाए सवाल
उन्होंने कांग्रेस और माकपा से सवाल किया।
भाजपा न जीतने वाली सीटों पर कांग्रेस के वोट कहां गए।
जनता ने दोमुंही राजनीति को नकारा
डॉ. त्रिवेदी ने कहा कि यह नतीजा साफ संदेश देता है।
तिरुवनंतपुरम में भाजपा की जीत दोमुंही राजनीति की हार है।




