कटनी, 10 फरवरी (हि.स.)। मध्य प्रदेश के कटनी स्टेशन के पास एक सीमेंट से लदी मालगाड़ी डिरेल हो गई। सोमवार को दोपहर बाद यह मालगाड़ी कटनी स्टेशन से गुजरने के बाद जैसे ही कर्व लाइन के जरिए मुड़वारा की ओर मुड़ी, तभी अचानक तेज आवाज के साथ उसके डिब्बे पटरी से उतर गए। जानकारी मिलते ही रेलवे का तकनीकी अमला मौके पर पहुंचा और राहत एवं बचाव कार्य में जुट गया। खबर लिखे जाने तक मालगाड़ी के डिब्बों को पटरी पर लाने का प्रयास किया जा रहा था।
रेलवे के अधिकारियों ने बताया कि मालगाड़ी में सीमेंट लोड थी। इसे प्रिज्म जानसन लिमिटेड मैनपुरी से लोड किया गया था और उसे बीना की ओर जाना था। दोपहर तीन बजे के लगभग गुड्स ट्रेन कटनी स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर दो व तीन के बीच की लाइन से निकाली जा रही थी, जिसे मुड़वारा स्टेशन होते हुए बीना की ओर जाना था। स्टेशन गुजरते समय ही जैसे ही मालगाड़ी कर्वलाइन पर पहुंची बीच की बोगी क्रमांक-13,14,15 पटरी से उतर गई। उसके साथ चौथा डिब्बा भी चपेट में आया। ट्रेन पटरी से उतरने के बाद कर्व लाइन की पटरी का कुछ हिस्सा और नीचे लगे सीमेंट के स्लीपरों सहित पूरे प्वाइंट को तोड़ते हुए आगे बढ़ गई।
हादसे के बाद चालक ने इमरजेंसी ब्रेक लगाकर ट्रेन को रोका। एकदम से मालगाड़ी के स्टेशन और कर्व लाइन के बीच में रूकने और तेज आवाज आने पर रेलवे के अधिकारी-कर्मचारी मौके पर पहुंच गए। कुछ ही देर में एनकेजे सहित अन्य स्टेशनों से अधिकारी व कर्मचारी के साथ दुर्घटना राहत कर्मचारी मौके पर पहुंच गए। शाम से लेकर देर रात तक पटरी से नीचे उतरे डिब्बों को पटरी पर वापस लाने की कवायद जारी रही। इस बीच एरिया मैनेजर सहित जबलपुर से भी अधिकारी मौके पर पहुंचे। दुर्घटना के कारण कटनी स्टेशन का प्लेटफार्म नंबर से तीन तक से ट्रेनों का आवागमन बंद हो गया और दो प्लेटफार्म व बीच की लाइन से ट्रेनों को निकालने का कार्य किया गया।
स्टेशन प्रबंधक संजय दुबे और स्टेशन के अन्य टेक्नीकल स्टाफ के सदस्य मौके पर पहुंच गए और वरिष्ठ अधिकारियों को दुर्घटना की जानकारी दी। थोड़ी ही देर में एरिया मैनेजर रोहित सिंह अन्य अधिकारियों व कर्मचारियों के साथ घटना स्थल पहुंचे और जानकारी लेते हुए वरिष्ठ कार्यालय को सूचना दी। साथ ही मालगाड़ी को पटरी पर लाने के लिए व्यवस्था कराना प्रारंभ किया। काटकर अलग की गई बोगियां दो हिस्सों में बंटी मालगाड़ी के आगे के हिस्से की इंजिन जुड़ी बोगियों को अलग कराने का कार्य किया गया। पटरी से उतरी बोगियों को काटकर रेलवे के कर्मचारियों ने अलग किया और आगे के हिस्से को मुड़वारा स्टेशन की ओर रवाना कर किनारे खड़ा कराया गया।
वहीं पीछे की ओर से भी दूसरे इंजन के माध्यम से दुर्घटनाग्रस्त हुई बोगियों से अलग कराते हुए शेष मालगाड़ी के डिब्बों को सतना एंड की ओर ले जाया गया। उसके बाद अमले ने मशीनों व अन्य माध्यमों से पटरी से उतरी चारों बोगियों को वापस पटरी में लाने की कवायद प्रारंभ की। देर शाम तक अमला काम में लगा हुआ था और एक भी बोगी पटरी पर नहीं आ सकी थी। प्रभावित हुई पैसेंजर गाड़ी दुर्घटना के बाद प्लेटफार्म नंबर एक से लेकर तीन तक से ट्रेन यातायात रूक गया। दूसरे रूटों की ट्रेनों को प्लेटफार्म नंबर चार व पांच से रवाना किया गया और इसके चलते कुछ ट्रेनों को निकालने में विलंब हुआ। दूसरी ओर कटनी स्टेशन से बीना की ओर जाने वाली पैसेंजर गाड़ी ट्रैक बंद होने के कारण प्रभावित रही। दुर्घटना का कारण नहीं स्पष्ट मालगाड़ी के बोगियां अचानक दुर्घटनाग्रस्त होने का कारण स्पष्ट नहीं हो सका है।