📍 कोटा, 16 जून (हि.स.) — राजस्थान के मुकुंदरा हिल्स टाइगर रिजर्व से वन्यजीव संरक्षण के क्षेत्र में ऐतिहासिक उपलब्धि सामने आई है। रिजर्व में पहली बार एक बाघिन एमटी-6 ने शावक को जन्म दिया है। यह दृश्य कैमरा ट्रैप में कैद हुआ, जिसे स्वयं राज्य के वन मंत्री संजय शर्मा ने सोशल मीडिया पर साझा किया।
🌿 बाघ परिवार का नया सदस्य
- यह शावक लगभग 6 सप्ताह का है और पूरी तरह स्वस्थ है।
- बाघिन एमटी-6 को अक्टूबर 2023 में रणथंभौर से लाया गया था।
- मुकुंदरा में उसका मेल टाइगर एमटी-5 से हुआ था।
🐅 संरक्षण की दिशा में अहम कदम
डीएफओ एस. मुथु ने बताया कि बाघों के अनुकूल वातावरण के लिए:
- घास के मैदान (ग्रासलैंड) बढ़ाए जा रहे हैं।
- चीतल और सांभर जैसे शिकार की संख्या बढ़ रही है।
- प्राकृतिक व्यवहार के अनुरूप माहौल तैयार किया गया है।
🔜 जल्द आएंगी और बाघिनें
- रणथंभौर की प्रसिद्ध बाघिन ‘कनकटी’ को भी जल्द मुकुंदरा शिफ्ट किया जाएगा।
- अनुमति मिलने के बाद, मुकुंदरा में कुल 4 बाघिन और 1 बाघ होंगे।
- एनटीसीए की स्वीकृति से 2 और बाघ व 3 बाघिनों की शिफ्टिंग की प्रक्रिया प्रस्तावित है।
🚜 मानवीय हस्तक्षेप को किया जा रहा सीमित
- मशालपुरा और दामोदरपुर गांवों का अधिकांश विस्थापन हो चुका है।
- अब गिरधरपुरा और कोलीपुरा गांवों के विस्थापन पर काम जारी है।
🗣️ प्रतिक्रिया:
पगमार्क फाउंडेशन के अध्यक्ष देवव्रत सिंह हाड़ा ने कहा:
“एमटी-6, रणथंभौर की टी-114 की संतान है और मुकुंदरा में उसका पहला शावक संरक्षण की दिशा में एक मील का पत्थर है।”