मुरादाबाद, 07 मार्च (हि.स.)। अमेरिका में ट्रंप प्रशासन यदि 2 अप्रैल से 100 प्रतिशत टैरिफ लगाता है तो भारत को वार्षिक 7 अरब डॉलर (61,000 करोड़ रुपये) का नुकसान हो सकता है। ट्रंप के इस ऐलान से भारत के निर्यातकाें की चिंता बढ़ा दी है। इसमें ऑटो से लेकर कृषि तक शामिल हैं। इसका सबसे अधिक असर केमिकल, धातु व आभूषण पर पड़ने की बात कही जा रही है। वहीं ऑटोमोबाइल, फार्मास्यूटिकल्स व खाद्य उत्पाद भी प्रभावित होंगे। उत्तर प्रदेश की पीलत नगरी मुरादाबाद के निर्यातकों में भी इसकाे लेकर चिंता है। जिले के निर्यातकाें का कहना है कि यहां से हस्तशिल्प उद्योग का करीब 60 फीसदी निर्यात अमेरिका को होता है। टैरिफ को लेकर फिलहाल अभी असमंजस की स्थिति है। ऐसे हालात में विदेशी ग्राहकों ने ऑर्डर रोक दिए गए हैं।
अमेरिका राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एल्युमिनियम और स्टील पर 25 प्रतिशत टैरिफ लगाने की घोषणा से मुरादाबाद के हस्तशिल्प निर्यातकों की चिंता बढ़ गई है। टैरिफ लगने से निर्यातकों को 1200 करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान होने की आशंका है। रूस-यूक्रेन युद्ध के कारण पहले से ही प्रभावित चल रहे हस्तशिल्प उद्योग को इस घोषणा से गहरा झटका लगा है।
मुरादाबाद हैंडीक्राफ्ट एक्सपोर्ट एसोसिएशन के महासचिव अवधेश अग्रवाल ने शुक्रवार को बताया कि जिले केे करीब 2400 निर्यातक हस्तशिल्प उत्पाद से जुड़े हैं। पीतलनगरी से अमेरिका, जापान, इंग्लैंड, टर्की समेत अन्य देशों को हर साल 8000 से 9000 करोड़ रुपये के हस्तशिल्प उत्पादों का निर्यात होता है। इनमें सबसे ज्यादा 5500 करोड़ रुपये का निर्यात अमेरिका को होता है।
अवधेश अग्रवाल ने कहा कि मुरादाबाद के हस्तशिल्प उद्योग का करीब 60 फीसदी निर्यात अमेरिका को होता है। ट्रंप प्रशासन के टैरिफ लगाने के ऐलान से इस पर असर पड़ेगा। हालांकि अभी टैरिफ को लेकर असमंजस की स्थिति है। लेकिन माैजूदा हालात काे देखते हुए विदेशी ग्राहकों ने ऑर्डर रोक दिए हैं। उनकी ओर से नए ऑर्डर नहीं आ रहे हैं। इससे कारोबार प्रभावित होगा। खरीदारों की ओर से ऑर्डर पर 10 प्रतिशत की छूट मांगी जा रही है। बिना छूट के विदेशी खरीदार वर्तमान में ऑर्डर नहीं दे रहे हैं। पहले से ऑर्डर कम मिल रहे हैं। अब टैरिफ के बढ़ाने पर ऑर्डर कम मिलने की संभावना है।