📍 वाशिंगटन, 16 जून (हि.स.) — अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई की हत्या की इजराइल द्वारा प्रस्तावित योजना का विरोध किया है। उन्होंने इसे “अविवेकपूर्ण और अस्वीकार्य” बताते हुए इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से इसे हर हाल में टालने की बात कही है।
📰 सीबीएस और एनबीसी का खुलासा
- अमेरिकी न्यूज चैनल सीबीएस के अनुसार, तीन अमेरिकी अधिकारियों ने इस बात की पुष्टि की कि इजराइल खामेनेई को निशाना बनाने की योजना पर गंभीरता से विचार कर रहा था।
- इसी योजना को लेकर ट्रंप और नेतन्याहू के बीच पिछले सप्ताह टेलीफोन पर वार्ता हुई, जिसमें ट्रंप ने सख्त आपत्ति जताई।
ट्रंप ने नेतन्याहू से कहा, “यह विचार अच्छा नहीं है। ऐसा हरगिज़ नहीं होना चाहिए।”
🌍 डिप्लोमेसी पर ज़ोर, टकराव नहीं
- एनबीसी न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, ट्रंप ने यह भी कहा कि वह ईरान और इजरायल के बीच कूटनीतिक समझौते की उम्मीद करते हैं।
- ट्रंप जल्द ही कनाडा में जी-7 शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने जा रहे हैं और उनके अनुसार यह विषय उनकी वार्ता के प्रमुख एजेंडे में शामिल रहेगा।
ट्रंप ने कहा, “मुझे उम्मीद है कि कोई न कोई समझौता होगा। यह सही समय है एक शांतिपूर्ण समाधान का।”
🧭 पृष्ठभूमि और महत्व
- खामेनेई की हत्या जैसी योजना मध्य पूर्व में बड़े स्तर पर टकराव और अस्थिरता पैदा कर सकती है।
- ट्रंप का विरोध यह संकेत देता है कि राजनयिक समाधान को प्राथमिकता दी जानी चाहिए, भले ही दोनों देशों के बीच तनाव चरम पर क्यों न हो।
📌 विश्लेषण
यह घटनाक्रम अमेरिका-इजराइल संबंधों के साथ-साथ ट्रंप की विदेश नीति दृष्टिकोण पर भी रोशनी डालता है। जहां एक ओर इजराइल सुरक्षा के नाम पर आक्रामक रुख अपनाए हुए है, वहीं ट्रंप का बयान बताता है कि रणनीतिक संतुलन और वैश्विक स्थिरता को प्राथमिकता दी जानी चाहिए।