ट्रंप का दावा – टैरिफ से मिलती है शांति की राह
वाशिंगटन, 09 अक्टूबर (हि.स.)।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि टैरिफ शांति समझौते कराने में उनकी सबसे बड़ी ताकत हैं। उन्होंने बताया कि आर्थिक दबाव से कई देशों को बातचीत के लिए मजबूर किया गया, जिससे क्षेत्रीय तनाव कम हुए।
गाज़ा में शांति की दिशा में प्रगति
ट्रंप ने दावा किया कि उनके प्रयासों से हमास और इजराइल गाज़ा में शांति की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि संयुक्त राज्य अमेरिका उन लोगों से समझौता नहीं करेगा जो हिंसा पर उतरते हैं।
सीएनएन रिपोर्ट के अनुसार, ट्रंप ने कहा — “टैरिफ ने दुनिया में शांति लाई है। ये एक ऐसा रास्ता है जो लाखों लोगों की जान बचाता है।”
भारत-पाकिस्तान संघर्ष में भी असर
ट्रंप ने यह भी कहा कि टैरिफ शांति समझौते की नीति ने भारत और पाकिस्तान के बीच युद्धविराम को संभव बनाया। उन्होंने बताया कि आर्थिक नीति सिर्फ व्यापार के लिए नहीं, बल्कि स्थिरता और सुरक्षा के लिए भी कारगर है।
गाज़ा पुनर्निर्माण पर सहयोग
अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि मध्य पूर्व के अन्य देश गाज़ा के पुनर्निर्माण में मदद करेंगे। ट्रंप ने कहा, “हम इसे सफल बनाएंगे और शांतिपूर्ण रखेंगे।”
वहीं, संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र गाज़ा युद्धविराम और बंधक समझौते के पूर्ण कार्यान्वयन का समर्थन करेगा।
मानवीय राहत पर बल
गुटेरेस ने यह भी कहा कि संयुक्त राष्ट्र मानवीय सहायता के वितरण को और मजबूत करेगा ताकि गाज़ा में स्थायी शांति और राहत कायम की जा सके।
अमेरिकी राष्ट्रपति के इस बयान से यह स्पष्ट है कि टैरिफ शांति समझौते सिर्फ आर्थिक हथियार नहीं, बल्कि वैश्विक स्थिरता का नया माध्यम बन रहे हैं।