उदयपुर, 14 मार्च (हि.स.)। इस बार झीलों के शहर उदयपुर में पिछले सालों के मुकाबले धुलंडी का उल्लास बढ़-चढ़ कर नजर आया। बड़े-बच्चे सुबह से ही धुलंडी के रंगों में रंगने शुरू हो गए और दोपहर बाद 3 बजे तक गली-मोहल्लों में रंगों की बरसात का आलम रहा। इस बीच, किशोरों की टोलियां पूंपाड़ियां बजाते हुए सड़कों से गुजरते हुए होली की मस्ती में नजर आईं, तो जगह-जगह डीजे पर होली के गानों ने होली की सतरंगी उमंग का अहसास कराया।
उदयपुर अंचल में रंगों का त्योहार धुलंडी धूमधाम से मनाया गया। उल्लास भले ही चरम पर था, लेकिन लोगों ने इस बार सावधानी भी खूब रखी। ज्यादातर अबीर-गुलाल हर्बल नजर आए तो पक्के रंगों का इस्तेमाल कुछ शौकीन युवाओं ने ही किया। बच्चों की पसंद पिचकारी और पानी से भरे गुब्बारे तो कदम-कदम पर स्वागत करते नजर आए। हां, इस बीच कुछ नजारे ऐसे भी रहे जिन्हें देख हर कोई मुस्कुरा उठा।
जगदीश चौक पर विदेशी पर्यटक भी जमकर झूमे
-पिछले सालों से होली की मस्ती का केन्द्र बन रहे उदयपुर शहर के जगदीश चौक पर इस बार पांव रखने तक की जगह नहीं बची। सुबह 10 बजे से ही लोग वहां एकत्र होना शुरू हो गए। पर्यटक भी बड़ी संख्या में होली की मस्ती में शामिल हुए। तेज आवाज में बजते डीजे पर युवक-युवतियां, पर्यटक जमकर झूमे। जगदीश चौक की चारों दिशाओं की सड़कों पर आधा-पौन किलोमीटर तक लोगों का हुजूम रहा। पुलिस को डेढ़-दो किलोमीटर दूरी से ही यातायात को डायवर्ट करना पड़ा।