पर्यटन में एआई तकनीक से आएगा बदलाव
लखनऊ, 29 अक्टूबर (हि.स.)। उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग अब एआई (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) तकनीक की मदद से स्मार्ट टूरिज्म और डिजिटल गवर्नेंस की दिशा में बड़ा कदम उठाने जा रहा है। राज्य के प्रमुख धार्मिक स्थलों — श्री काशी विश्वनाथ मंदिर (वाराणसी), राम मंदिर (अयोध्या) और गोरखनाथ मंदिर (गोरखपुर) — पर जल्द ही एआई कैमरा आधारित फुटफॉल काउंटिंग सिस्टम लगाया जाएगा।
एआई कैमरे से होगा सटीक डेटा विश्लेषण
पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने बताया कि इस प्रणाली से प्रत्येक स्थल पर आने वाले श्रद्धालुओं और पर्यटकों की सटीक गणना हो सकेगी। एआई कैमरे रियल-टाइम डेटा दर्ज करेंगे, जिससे यात्रा प्रबंधन, सुरक्षा, स्वच्छता और नीति निर्माण को अधिक प्रभावी बनाया जा सकेगा। विभाग ने इसके क्रियान्वयन के लिए इच्छुक एजेंसियों से ‘एक्सप्रेशन ऑफ इंटरेस्ट’ (ईओआई) आमंत्रित किए हैं।
होगी स्मार्ट निगरानी और इमरजेंसी रिस्पांस
मंत्री ने बताया कि चयनित एजेंसी डिजाइन, डेवलपमेंट, इंस्टॉलेशन और मेंटेनेंस की जिम्मेदारी संभालेगी। इस प्रणाली में फेस रिकग्निशन, फुटफॉल एनालिटिक्स, व्यवहारिक विश्लेषण, और इमरजेंसी रिस्पांस सिस्टम जैसी उन्नत एआई तकनीकें शामिल होंगी। इससे भीड़ के घनत्व और प्रवाह का सटीक आकलन कर सुरक्षा व्यवस्था को और सुदृढ़ बनाया जा सकेगा।
स्मार्ट टूरिज्म और डिजिटल गवर्नेंस की दिशा में कदम
जयवीर सिंह ने कहा कि यह पहल उत्तर प्रदेश के पर्यटन स्थलों को स्मार्ट और डेटा-ड्रिवन बनाएगी। सरकार को पर्यटक प्रवाह का सटीक रिकॉर्ड मिलेगा, जिससे भीड़ प्रबंधन, स्वच्छता और सुविधाओं का विस्तार वैज्ञानिक ढंग से किया जा सकेगा।
उन्होंने कहा, “एआई तकनीक पर आधारित यह प्रणाली राज्य में पर्यटन प्रबंधन के स्वरूप को बदल देगी और इसे देश का अग्रणी स्मार्ट टूरिज्म मॉडल बनाएगी।”




