शीतकालीन सत्र में राष्ट्रगीत वंदेमातरम पर होगी ऐतिहासिक चर्चा
लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधानमंडल का शीतकालीन सत्र शुक्रवार से प्रारंभ हो गया है, जो 24 दिसंबर तक चलेगा। सत्र की शुरुआत से पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इसे जनहित और विकास की दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण बताया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह सत्र सदस्यों को जनता से जुड़े मुद्दों को सदन में उठाने और राज्य के विकास से जुड़े विधायी कार्यों को आगे बढ़ाने का अवसर प्रदान करेगा।
वंदेमातरम के 150 वर्ष पूरे होने पर विशेष चर्चा
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बताया कि इस शीतकालीन सत्र की सबसे अहम विशेषता राष्ट्रगीत वंदेमातरम के 150 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में होने वाली विशेष चर्चा है। उन्होंने कहा कि यह अवसर वंदेमातरम के रचयिता बंकिम चंद्र चट्टोपाध्याय के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करने का भी होगा।
उन्होंने यह भी बताया कि उत्तर प्रदेश स्थापना दिवस और वंदेमातरम को भारत के संविधान के अनुसार मान्यता दिए जाने की अधिसूचना एक ही तिथि को जारी हुई थी, जिस पर सदन में विस्तार से चर्चा की जाएगी।
सरकार चर्चा के लिए पूरी तरह तैयार : योगी
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार हर मुद्दे पर सकारात्मक चर्चा के लिए तैयार है।
उन्होंने कहा,
“सरकार विकास के मुद्दों पर रचनात्मक और सार्थक संवाद चाहती है। विपक्ष जो भी मुद्दे उठाएगा, सरकार उसका जवाब देने के लिए पूरी तरह तैयार है।”
कोडिन कफ सिरप मामले पर मुख्यमंत्री का बयान
कोडिन कफ सिरप तस्करी मामले पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि इस प्रकरण में उत्तर प्रदेश पुलिस ने व्यापक कार्रवाई शुरू कर दी है। उन्होंने बताया कि अब तक बड़े पैमाने पर अवैध तस्करी का खुलासा हुआ है और कई गिरफ्तारियां की गई हैं।
मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि इस अवैध नेटवर्क से जुड़े माफियाओं के संबंध समाजवादी पार्टी से रहे हैं।
उन्होंने कहा,
“एसआईटी इस पूरे मामले की जांच कर रही है। जिन लोगों की तस्वीरें सपा प्रमुख के साथ सामने आई हैं, उनकी संलिप्तता स्वाभाविक रूप से सवालों के घेरे में है। सरकार इस मुद्दे पर सदन में जवाब देगी।”
सत्र के दौरान गरमाने के आसार
शीतकालीन सत्र में वंदेमातरम पर विशेष चर्चा के साथ-साथ कोडिन कफ सिरप प्रकरण, कानून-व्यवस्था और विकास से जुड़े मुद्दों पर तीखी बहस होने की संभावना है। सत्र को लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों ही आक्रामक नजर आ रहे हैं।




