📍 सवाई माधोपुर, 9 जून (हि.स.)
रणथम्भौर फोर्ट में सोमवार तड़के एक बार फिर बाघ ने जानलेवा हमला कर दिया। बाघ ने जैन मंदिर के चौकीदार राधेश्याम (60) पर हमला कर उनकी जान ले ली। वे पिछले 20 वर्षों से मंदिर में सेवाएं दे रहे थे। सुबह करीब 4:30 बजे शौच के लिए बाहर निकलने पर यह हमला हुआ। यह दो महीने में बाघ के हमले से तीसरी मौत है।
🧾 हमले का विवरण:
वन विभाग के अनुसार, यह हमला मंदिर से लगभग 30–40 मीटर दूर हुआ। टाइगर ने राधेश्याम की गर्दन पर दांत गड़ा दिए और शरीर का निचला हिस्सा खा गया। सूचना मिलने पर 3-4 घंटे की मशक्कत के बाद शव बरामद किया गया।
🌲 पूर्व में दी गई चेतावनी की अनदेखी:
सीसीएफ अनूप के.आर. ने बताया कि रविवार को ही टाइगर मूवमेंट के चलते श्रद्धालुओं की आवाजाही पर रोक लगाई गई थी। इसके बावजूद तीन चौकीदार मंदिर में ही रुके हुए थे। सुबह राधेश्याम की चीखें सुनकर अन्य चौकीदारों ने वन विभाग को सूचना दी।
🚨 गुस्साए ग्रामीणों का विरोध:
चौकीदार की मौत के बाद आक्रोशित ग्रामीणों ने सवाई माधोपुर–कुंडेरा मार्ग को जाम कर दिया। उन्होंने वन विभाग पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए मृतक के परिजनों को मुआवजा और टाइगर मूवमेंट के दौरान कड़ी सुरक्षा की मांग की।
📌 पिछली घटनाएं:
- 21 अप्रैल: टाइगर कनकटी ने त्रिनेत्र गणेश मंदिर से लौट रहे 7 साल के बच्चे को मार डाला था।
- 12 मई: जोगी महल के पास बाघ ने वन रेंजर पर हमला कर उसे मार डाला और 20 मिनट तक शव के पास बैठा रहा।
⚠️ निष्कर्ष:
बढ़ते टाइगर मूवमेंट और लगातार हो रही मौतों को देखते हुए स्थानीय लोग वन विभाग से ठोस कदम उठाने और सुरक्षा बढ़ाने की मांग कर रहे हैं।




