वाराणसी कैंटोनमेंट बोर्ड को वर्ष 2025 का रक्षा मंत्री उत्कृष्टता पुरस्कार
वाराणसी। उत्तर प्रदेश के वाराणसी कैंटोनमेंट बोर्ड को नगरीय सेवाओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन, ठोस अपशिष्ट प्रबंधन में नवाचार और जीरो वेस्ट मॉडल को सफलतापूर्वक लागू करने के लिए वर्ष 2025 का रक्षा मंत्री उत्कृष्टता पुरस्कार प्रदान किया गया है। यह प्रतिष्ठित सम्मान रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने छावनी परिषद वाराणसी के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) सत्यम मोहन एवं उनकी टीम को प्रदान किया।
पुरस्कार प्राप्त होने पर सीईओ सत्यम मोहन ने छावनी परिषद के अधिकारियों, कर्मचारियों और विशेष रूप से सफाई कर्मियों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि यह सम्मान पूरी टीम के सामूहिक प्रयास, अनुशासित कार्यप्रणाली और पर्यावरण के प्रति प्रतिबद्धता का परिणाम है। उन्होंने इसे जमीनी स्तर पर कार्य करने वाले सफाई मित्रों के लिए प्रेरणादायक उपलब्धि बताया।
जीरो वेस्ट मॉडल की ओर प्रभावी कदम
सीईओ ने बताया कि वाराणसी कैंटोनमेंट बोर्ड द्वारा घरेलू और व्यावसायिक प्रतिष्ठानों से उत्पन्न कचरे को स्रोत पर ही पृथक किया जा रहा है। इसके बाद कचरे का सुरक्षित संग्रहण और वैज्ञानिक प्रोसेसिंग कर उसे दोबारा उपयोग योग्य बनाया जा रहा है। इन प्रयासों से छावनी क्षेत्र में कचरा शून्यकरण (जीरो वेस्ट) की दिशा में उल्लेखनीय सफलता मिली है।
इसके साथ ही नागरिकों को स्वच्छता और अपशिष्ट प्रबंधन के प्रति जागरूक करने के लिए निरंतर जन-जागरूकता अभियान भी चलाए जा रहे हैं, जिनका सकारात्मक प्रभाव क्षेत्र में स्पष्ट रूप से देखने को मिल रहा है।
खर्च में कमी, पर्यावरण को लाभ
पूर्व में छावनी परिषद डस्टबिन से कूड़ा एकत्र कर नगर निगम के करसड़ा स्थित कूड़ा निस्तारण प्लांट तक भेजती थी, जिससे भारी आर्थिक व्यय होता था। अब वाराणसी कैंटोनमेंट बोर्ड के सैनिटेशन पार्क में ही ठोस कचरे का वैज्ञानिक निस्तारण किया जा रहा है, जिससे न केवल खर्च कम हुआ है बल्कि पर्यावरण संरक्षण को भी बढ़ावा मिला है।
स्वच्छता सर्वेक्षण में शानदार प्रदर्शन
वर्तमान में छावनी परिषद द्वारा
- 100 प्रतिशत डोर-टू-डोर कचरा संग्रहण,
- सभी बड़े कम्युनिटी बिनों का पूर्ण निष्कासन,
- और पुराने डंप साइट को हरित क्षेत्र में परिवर्तित करने का कार्य
तेजी से किया जा रहा है।
इन समेकित प्रयासों का सकारात्मक परिणाम यह रहा कि वाराणसी कैंटोनमेंट बोर्ड ने स्वच्छता सर्वेक्षण–2024 में देशभर में 7वीं रैंक हासिल की और नगरीय सेवाओं के स्तर में निरंतर सुधार दर्ज किया गया।




