कुंड में मछलियों की मौत
पिशाच मोचन कुंड मछली मौत 2025 के अनुसार वाराणसी में पिंडदान करने आए लोगों द्वारा कुंड में फेंकी गई पूजन सामग्री, पन्नियां, फूल और अन्न के कारण सैकड़ों मछलियों ने दम तोड़ दिया।
प्रदूषण का कारण
कुंड में डाली गई सामग्री के प्रभाव से पानी में रसायन और केमिकल तत्व बढ़ गए। पिशाच मोचन निवासी अरविंद ने बताया कि इसी कारण मछलियों की मौत हो रही है। पिछले वर्ष भी ऐसी स्थिति बनी थी, लेकिन प्रशासन ने कोई सावधानी नहीं बरती।
प्रशासन से मांग
पिशाच मोचन पंडा समाज के पदाधिकारियों ने जिला प्रशासन और नगर निगम से अनुरोध किया कि कुंड की तुरंत सफाई और शुद्धिकरण की व्यवस्था की जाए। मरी हुई मछलियों को कुंड से बाहर निकालना भी जरूरी है।
स्थानीय लोगों की चिंता
स्थानीय लोगों का कहना है कि कुंड का पानी गंदा होने से न केवल मछलियों की जान जोखिम में है, बल्कि पर्यावरण और जल जीवन भी प्रभावित हो रहा है। प्रशासन की त्वरित कार्रवाई से भविष्य में मछलियों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सकती है।
निष्कर्ष
पिशाच मोचन कुंड मछली मौत 2025 ने यह साफ कर दिया है कि पिंडदान के दौरान जागरूकता और साफ-सफाई अत्यंत जरूरी है। प्रशासन और नागरिक मिलकर ही कुंड की सुरक्षा और जलजीवन संरक्षण कर सकते हैं।