जौनपुर, 22 सितंबर (हि.स.) – वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय, जौनपुर में चल रहे दीक्षोत्सव के अवसर पर सोमवार को आर्यभट्ट सभागार में लोक नृत्य प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इस प्रतियोगिता में विभिन्न प्रदेशों की लोक संस्कृति मंच पर जीवंत हुई।
उद्घाटन और मुख्य संदेश
कार्यक्रम का उद्घाटन कुलपति प्रो. वंदना सिंह ने किया। उन्होंने कहा, “हमारी संस्कृति ही हमारी पहचान है। लोक नृत्य सदियों से समाज को जोड़ने का कार्य करते रहे हैं।” कुलपति ने प्रतिभागियों को देश की विविध सांस्कृतिक परंपराओं को मंच पर प्रस्तुत करने के लिए बधाई दी।
प्रतियोगिता और प्रतिभागी
प्रतियोगिता में 15 टीमों के 37 कलाकारों ने भाग लिया। कलाकारों ने विभिन्न राज्यों की लोक संस्कृति को नृत्य के माध्यम से प्रस्तुत किया और दर्शकों से भरपूर प्रशंसा एवं तालियां बटोरीं।
कुलसचिव डॉ. विनोद कुमार सिंह ने कहा कि दीपोत्सव का यह आयोजन विद्यार्थियों में नई ऊर्जा और उत्साह का संचार करता है।
आयोजन और संयोजन
कार्यक्रम का संयोजन प्रो. मनोज मिश्रा ने किया, जबकि संचालन सुमित सिंह, आंचल विश्वकर्मा और रिंशु सिंह ने संयुक्त रूप से किया। इस अवसर पर दीपोत्सव के संयोजक प्रो. प्रदीप कुमार, प्रो. प्रमोद यादव, डॉ. दिग्विजय सिंह राठौर, डॉ. जाह्नवी श्रीवास्तव, डॉ. अनु त्यागी, डॉ. निमिषा यादव, डॉ. सबरीना, डॉ. नितेश जायसवाल सहित विश्वविद्यालय के विभिन्न विभागों के शिक्षक और बड़ी संख्या में विद्यार्थी उपस्थित रहे।
सार
वी.बी.एस. पूर्वांचल विश्वविद्यालय में आयोजित यह लोक नृत्य प्रतियोगिता विद्यार्थियों में सांस्कृतिक चेतना और राष्ट्रीय विविधता के प्रति सम्मान बढ़ाने का महत्वपूर्ण मंच साबित हुई। कुलपति ने इसे संस्कृति के संरक्षण और विद्यार्थियों के समग्र विकास के लिए प्रेरणादायक बताया।