वीरता और बलिदान को किया नमन
असम के मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत बिस्व सरमा ने वीर बाल दिवस के अवसर पर सिख धर्म के दशम गुरु गुरु गोबिंद सिंह जी के साहिबजादों को श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने उनके अद्वितीय साहस और सर्वोच्च बलिदान को नमन करते हुए देशवासियों को उनकी शौर्यगाथा से प्रेरणा लेने का संदेश दिया।
मुख्यमंत्री ने सोशल मीडिया पर साझा किए गए अपने संदेश में कहा कि गुरु गोबिंद सिंह जी के वीर पुत्रों ने अत्यंत कम उम्र में ही धर्म और मातृभूमि की रक्षा के लिए असाधारण वीरता का परिचय दिया। उनका बलिदान भारतीय इतिहास की अमूल्य धरोहर है, जो आने वाली पीढ़ियों को साहस, त्याग और राष्ट्रभक्ति की राह दिखाता रहेगा।
वीर बाल दिवस का महत्व
डॉ. सरमा ने कहा कि साहिबजादों की शौर्यगाथा को याद रखने के लिए हर वर्ष वीर बाल दिवस मनाया जाता है। यह दिन बच्चों और युवाओं को नैतिक मूल्यों, साहस और सत्य के मार्ग पर चलने की प्रेरणा देता है।
उन्होंने साहिबजादों के साथ-साथ माता गुजरी और गुरु गोबिंद सिंह जी के महान त्याग और वीरता को भी सादर नमन किया और कहा कि उनका जीवन हमें धर्म, मानवता और राष्ट्र के प्रति समर्पण का आदर्श सिखाता है।




