विधायक भगत भड़के, दिया धरने का अल्टीमेटम
हल्द्वानी के कालाढूंगी क्षेत्र में आयोजित जनसमस्या शिविर में विधायक भगत जनता की नाराज़गी सुनते-सुनते खुद भी भड़क गए। लोगों ने पेयजल संकट, खराब सड़क और अधूरे कामों को लेकर अधिकारियों पर लापरवाही के गंभीर आरोप लगाए। शिकायतों की बाढ़ को देख विधायक भगत ने कहा कि अब जनहित में सख्ती जरूरी है।
अफसरों पर निशाना
बैठक में मौजूद इंजीनियरों और विभागीय अधिकारियों से विधायक नाराज़ दिखे। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि कार्रवाई नहीं हुई, तो वे उन अफसरों के खिलाफ धरने पर बैठेंगे। विधायक भगत ने साफ कहा कि योजनाओं के लिए बजट तो है, लेकिन फाइलों में काम चल रहा है, जमीन पर नतीजे नहीं दिखते।
जनहित में जवाबदेही जरूरी
जनता ने कहा कि क्षेत्र में पाइप लाइन लीकेज, टूटी सड़कें और विकास कार्य अधूरे पड़े हैं। विधायक भगत ने कहा कि जनता अब सिर्फ आश्वासन नहीं, परिणाम चाहती है। इसलिए अधिकारी समय सीमा तय कर काम पूरा करें।
राजनीति में संकेत भी देखे जा रहे हैं
कई राजनीतिक जानकार कह रहे हैं कि यह सिर्फ नाराज़गी नहीं, बल्कि सरकार के अंदर चल रहे मतभेद का संकेत भी हो सकता है। यह पहली बार नहीं जब विधायक भगत ने अपनी ही सरकार के सिस्टम पर सवाल उठाए हों। कुछ समय पहले उन्होंने पुलिस विभाग के खिलाफ भी धरना दिया था।
जनता उम्मीद लगाए बैठी
सभा में मौजूद ग्रामीणों ने उम्मीद जताई कि इस चेतावनी के बाद विभाग तेजी से काम शुरू करेगा। विधायक भगत ने भरोसा दिलाया कि जनता की समस्या हल करना उनकी प्राथमिकता है, और जरूरत पड़ी तो वे संघर्ष सड़क से सदन तक करेंगे।




