गरियाबंद/रायपुर, 12 जून (हि.स.)।
छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले में वन विभाग की टीम पर हमला और बंधक बनाए जाने की सनसनीखेज घटना सामने आई है। गुरुवार सुबह सोहागपुर बिट के हरदी जंगल में अतिक्रमण हटाने पहुंची टीम पर ग्रामीणों ने हमला कर दिया और 5 वन कर्मियों को करीब दो घंटे तक बंधक बनाए रखा।
📍 घटना का विवरण
- स्थान: सोहागपुर बिट, सड़क परसूली रेंज, गरियाबंद
- समय: गुरुवार सुबह 4 बजे
- टीम: डिप्टी रेंजर अशोक सिन्हा, हरि अर्जुन यादव, जाकिर हुसैन सिद्दीकी सहित कुल 5 वनकर्मी
- कार्रवाई: अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई हेतु जंगल क्षेत्र में पहुंचे थे
⚠️ हमला और बंधक बनाए जाने की घटना
- ग्रामीणों ने महिलाओं को आगे कर हमला किया
- लाठी, डंडे और कुल्हाड़ियों से किया गया हमला
- डिप्टी रेंजर समेत कई कर्मचारी घायल
- कर्मचारियों को लगभग 2 घंटे तक बंधक बनाकर रखा गया
👮♀️ पुलिस ने छुड़ाया वन कर्मियों को
- परिजनों द्वारा कोतवाली पुलिस को दी गई सूचना
- थाना प्रभारी ओम प्रकाश यादव की टीम मौके पर पहुंची
- सभी कर्मचारियों को सुरक्षित रिहा कर जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया
📢 प्रशासन का बयान
रेंजर दुर्गा प्रसाद दीक्षित ने बताया:
“वन भूमि पर जेसीबी से अवैध कब्जे की सूचना पर टीम भेजी गई थी। विरोध के दौरान अतिक्रमणकारियों ने हिंसक हमला कर दिया और कर्मचारियों को बंधक बना लिया।”
🔎 आगे की कार्रवाई
- घायल कर्मचारियों का इलाज जिला अस्पताल में जारी
- हमलावरों की पहचान कर कानूनी कार्रवाई की जा रही है
- वन विभाग व पुलिस प्रशासन पूरे घटनाक्रम की जांच में जुटा है
❗ सवाल खड़े करती घटना
यह घटना वन विभाग की कार्यवाही और ग्रामीणों के बीच बढ़ते टकराव को दर्शाती है।
- क्या प्रशासन को ऐसे संवेदनशील मामलों में सुरक्षा बल के साथ जाना चाहिए?
- क्या यह मामला सिर्फ अतिक्रमण का है, या इसके पीछे कोई बड़ी साजिश?