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हम अपने अधिकारों, अस्तित्व और संविधान की रक्षा के लिए एक साथ हैं : डीके शिवकुमार

-किसी भी कारण से संसदीय निर्वाचन क्षेत्रों में कमी नहीं आने दी जाएगी

चेन्नई, 22 मार्च (हि.स.)। कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस कमेटी (केपीसीसी) के अध्यक्ष और उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने कहा, “हम अपने अधिकारों, अस्तित्व और संविधान के अस्तित्व के लिए लड़ने के लिए एक साथ हैं।” उन्होंने शनिवार को चेन्नई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर मीडिया को यह प्रतिक्रिया दी।

डीके शिवकुमार ने कहा, “हम अपनी संसदीय सीटों में कमी नहीं आने देंगे। दक्षिणी राज्य देश के विकास में बहुत योगदान दे रहे हैं। हम शैक्षणिक मानकों, आर्थिक विकास समेत कई पहलुओं में बहुत आगे हैं और कर भुगतान में भी हम सबसे आगे हैं।”

उन्होंने कहा, “हम वे लोग हैं जो इस कहावत में विश्वास करते हैं कि ‘एक साथ आना शुरुआत है, एक साथ सोचना प्रगति है, एक साथ काम करना प्रगति है।’ स्टालिन के नेतृत्व में दक्षिणी भारतीय राज्य और पंजाब राज्य भाग ले रहे हैं और हम किसी भी कारण से अपने अधिकारों को नहीं छोड़ सकते। पूर्व प्रधानमंत्री वाजपेयी ने भी 2002 में 84वें संशोधन के माध्यम से संविधान में बदलाव का प्रस्ताव रखा था।”

उन्होंने कहा, “हम निर्वाचन क्षेत्र परिसीमन के मुद्दे पर हारेंगे नहीं, हमारी लड़ाई जारी है। हम अपनी सीटें कम नहीं होने देंगे। हम अपने निजी अधिकारों के लिए नहीं लड़ रहे हैं, हम देश के लिए लड़ रहे हैं। मीडिया को भी यह बात समझनी चाहिए।”

अन्नामलाई हमारी ताकत जानते हैं-

बैठक के विरोध में भाजपा के काले झंडे दिखाने के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, “हम भाजपा के काले झंडे दिखाने से नहीं डरते। हम उनके कदम का स्वागत करते हैं। जब उन्होंने मुझे तिहाड़ जेल भेजा तो मैं डरा नहीं था। यहां भाजपा अध्यक्ष (अन्नामलाई) ने हमारे राज्य में काम किया है। वह हमारी ताकत जानते हैं।”

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