प्रतापगढ़, 28 मार्च (हि.स.)। रानीगंज थाना क्षेत्र स्थित एक अस्पताल में काम करने वाली युवती की मौत पर बवाल हो गया। परिजनों ने कर्मचारियों पर दुष्कर्म और हत्या का आरोप लगाते हुए प्रदर्शन किया। इस बीच भीड़ ने पुलिस पर पथराव किया, जिसमें कई पुलिसकर्मी घायल हुए। पुलिस ने लाठी पटककर भीड़ काे खदेड़ते हुए स्थिति को संभाला।
दुर्गागंज बाजार की एक युवती मां मल्टी स्पेशलिटी हॉस्पिटल में बीते चार सालों से काम कर रही थी। उसकी संदिग्ध परिस्थतियों में बीती रात गुरुवार काे मौत हो गई। इससे अस्पताल में तनाव की स्थिति पैदा हाे गई। परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन, डॉक्टर अमित पांडेय, कर्मचारी सुनील कुमार, विद्यासागर, शहबाज और दाई गनोर्मा देवी पर साजिश रचकर सामूहिक दुष्कर्म और हत्या का आरोप लगाया। शव की जांच में कई चोटों के निशान पाए गए, जिससे शक गहरा गया।
शुक्रवार को पोस्टमार्टम के बाद परिजन और ग्रामीण शव को सड़क पर रखकर प्रदर्शन करने लगे। पुलिस जब शव को कब्जे में लेने पहुंची तो ग्रामीणों ने विरोध शुरू कर दिया और पथराव में कई पुलिसकर्मी और महिलाएं घायल हो गईं। रानीगंज सीओ विनय प्रभाकर साहनी के भी सिर पर चोट लगी। बढ़ते तनाव को देखते हुए गांव में भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है।
पुलिस अधीक्षक डॉ. अनिल कुमार ने बताया कि दुर्गागंज के एक निजी अस्पताल में काम करने वाली युवती कोमल की गुरुवार रात 11 बजे के आसपास मौत हाे गई थी। परिवार और ग्रामीणों ने अस्पताल के कुछ लाेगाें पर आराेप लगाया है। परिजनों की तहरीर के आधार पर चार लोगों पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीम का गठन किया गया है।
उधर, इस मामले में रानीगंज के सपा विधायक डॉ. आरके वर्मा ने पुलिस अधिकारियों से घटना के बारे में जानकारी ली है।