लखनऊ, 17 जून (हि.स.)।
उत्तर प्रदेश की योगी सरकार इस बार 11वें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस (21 जून 2025) को केवल एक दिन का आयोजन नहीं, बल्कि साप्ताहिक जन-अभियान के रूप में मना रही है। सरकार की दो अभिनव पहलें— ‘योग अनप्लग्ड’ और ‘हरित योग’— राज्य में योग को युवाओं, पर्यावरण और सामाजिक चेतना से जोड़ने का नया प्रयास बन रही हैं।
‘योग अनप्लग्ड’: युवा पीढ़ी से सीधा संवाद
विशेष रूप से युवाओं को योग से जोड़ने के लिए शुरू की गई ‘योग अनप्लग्ड’ पहल को सोशल मीडिया और प्रतिस्पर्धा आधारित मॉडल में ढाला गया है। आयुष महाविद्यालयों, व्यवसायिक शिक्षण संस्थानों, विश्वविद्यालयों और डिग्री कॉलेजों में यह गतिविधियां चलाई जा रही हैं, जिससे लाखों छात्र इस अभियान का हिस्सा बन रहे हैं।
‘हरित योग’: प्रकृति से जुड़ने की पहल
‘हरित योग’ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के पर्यावरण-समर्पित दृष्टिकोण को दर्शाता है, जिसमें योगाभ्यास के साथ वृक्षारोपण और स्वच्छता अभियान भी जोड़े गए हैं। यह विचार लोगों को यह संदेश देता है कि आंतरिक संतुलन और प्राकृतिक संरक्षण का समन्वय ही सच्चा योग है।
आयुष मंत्री दयाशंकर दयालु ने बताया कि योग सप्ताह के इन आयोजनों से राज्य की नई पीढ़ी में अनुशासन, स्वास्थ्य और प्रकृति-प्रेम की भावना को नया बल मिलेगा।
प्रमुख आयोजन इस प्रकार हैं:
- योग सत्र: नदियों, झीलों, पार्कों और अमृत सरोवरों पर खुले आसमान के नीचे सामूहिक योगाभ्यास
- ‘एक पेड़ मां के नाम’ वृक्षारोपण अभियान
- स्वच्छता अभियान योग स्थलों पर
- भाषण, वाद-विवाद, रंगोली, पोस्टर प्रतियोगिताएं
- योग क्रिया और ध्यान प्रदर्शन छात्रों द्वारा
- मानसिक संतुलन और योग पर आधारित प्रतियोगिताएं
हर जिले में ‘हरित योग स्थल’ का निर्माण
सरकार ने सभी जिलाधिकारीयों को निर्देशित किया है कि अपने-अपने जिलों में कम से कम 2-3 स्थलों को ‘हरित योग स्थल’ के रूप में विकसित करें, जहां योग, हरियाली और सामुदायिक भागीदारी एक साथ दिखाई दे।