महाकुम्भनगर, 03 फरवरी (हि.स.)। बसंत पंचमी के अमृत स्नान के बाद योग गुरु श्रीश्री रविशंकर ने अपने संदेश में कहा है कि यह महाकुम्भ एकता में विविधता और विविधता में एकता का संगम है। उन्होंने बंसत पंचमी पर अमृत स्नान के बाद सोमवार को एक वीडियो के जरिए अपना उन्हाेंने मनोभाव प्रकट किया है। उन्होंने कहा कि प्रयागराज में लाखों लाख श्रद्धालु दर्शन और पूजा-अर्चना कर रहे हैं, यह प्रतीत होता है एकता में विविधता और विविधता में एकता का यह एक प्रत्यक्ष दर्शन है।
उन्होंने कहा कि केंद्र और उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से बहुत व्यवस्थित व सुचारु व्यवस्था की गई है। धर्म की रक्षा एक प्रशासन को करना पड़ता है और दूसरा समाज के व्यक्ति को करना पड़ता है और यहां यह दोनों ही दिख रहा है, इसीलिए श्रेष्ठ भारत है।
उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को बधाई देते हुए कहा कि उनकी श्रद्धा और परिश्रम से यह काम सुचारू रूप से निरंतर चल रहा है। उन्होंने श्रद्धालुओं से अपील किया कि 15 किलोमीटर का विस्तार घाट बना है, आप कहीं भी स्नान करेंगे उतना ही फल मिलेगा। यह अद्भुत समागम है। यहां पर भक्ति ज्ञान कर्म और सेवा का समागम देखने को मिलता है। उत्तर प्रदेश सरकार के मुख्यमंत्री और केंद्र सरकार का बहुत बड़ा योगदान है।
उन्होंने कहा कि आम जनता की जिम्मेदारी होती है कि कानून का उल्लंघन न करें। कानून के हिसाब से चलें, कोई भी जल्दीबाजी ना करें, आराम से स्नान करें और पुण्य के भागीदार बनें।