हरिद्वार, 7 फरवरी (हि.स.)। इन दिनों उत्तराखण्ड में 38वें राष्ट्रीय खेल का आयोजन हो रहा है। इसमें योगासना टीम इवेंट (दशावतार थीम) में शांतिकुंज के रोहित यादव ने स्वर्ण पदक जीतकर हरिद्वार का नाम रोशन किया। रोहित का सपना एशियन गेम्स में भारत के लिए स्वर्ण जीतना है।
शांतिकुंज लौटने पर संस्था की अधिष्ठात्री शैलदीदी से रोहित यादव ने भेंटकर आशीर्वाद लिया। शैलदीदी ने रोहित को उज्ज्वल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी और मार्गदर्शन किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि रोहित का स्वर्ण पदक जीतना केवल उसकी कड़ी मेहनत का परिणाम नहीं, बल्कि शांतिकुंज की प्रेरणा का भी प्रतीक है। उन्होंने कहा कि आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ें और आगामी खेलों में भी सफलता प्राप्त करें, शांतिकुंज हरिद्वार का नाम रोशन करें।
रोहित ने कहा कि डॉ. प्रणव पण्ड्या, शैलदीदी और देवसंस्कृति विवि के प्रतिकुलपति डॉ. चिन्मय पण्ड्या और मेरे योग प्रशिक्षकों के मार्गदर्शन से ही सतत अपने सपनों को साकार करने में मदद मिल रही है। रोहित के पिता रविन्द्र यादव (शांतिकुंज कार्यकर्ता) भी योग प्रशिक्षक हैं और शांतिकुंज में योग साधकों को प्रशिक्षण देते हैं। उन्होंने बताया कि रोहित दो वर्ष की आयु से ही योगाभ्यास कर रहा है। रोहित 150 से अधिक योगासनों को आसानी से कर लेता है।
रबर ब्वाय के नाम से जाने जाने वाले रोहित यादव ने बताया कि मुझे अब तक राष्ट्रीय स्तर पर 4 स्वर्ण, 3 सिल्वर और 2 ब्रांज मेडल मिल चुके हैं। वहीं रोहित ने जिला व प्रांत स्तर पर 62 पदक भी प्राप्त किया है। उनकी बहिन शांभवी यादव भी राज्य व राष्ट्रीय स्तर पर कई पदक जीत चुकी हैं और वे इन दिनों देवसंस्कृति विवि में अध्ययनरत हैं। शांतिकुंज व्यवस्थापक योगेन्द्र गिरी, गायत्री विद्यापीठ की व्यवस्था मण्डल की प्रमुख शेफाली पण्ड्या सहित शांतिकुंज कार्यकर्ताओं ने चि. रोहित को 38वें नेशनल गेम्स में स्वर्ण पदक जीतने पर बधाई दी।