जयपुर, 7 फ़रवरी (हि.स.)। प्रयागराज महाकुंभ में आराध्य देव गोविंद जी के आशीर्वाद से लगाए गए गोविंद धाम अन्नक्षेत्र (शिविर) के समापन रविवार को गोविंद देवजी मंदिर में सुबह नौ से ग्यारह बजे तक नौ कुंडीय पूर्णाहुति हवन होगा। पूजा-अर्चना कर शिविर के निर्विघ्न रूप से संपन्न होने पर भगवान को धन्यवाद ज्ञापित किया जाएगा।
मंदिर महंत अंजन कुमार गोस्वामी के सान्निध्य में होने महायज्ञ को गायत्री तीर्थ शांतिकुंज हरिद्वार के विद्वानों की टोली संपन्न कराएंगी।
ठिकाना मंदिर श्री गोविंद देवजी के सेवाधिकारी मानस गोस्वामी ने बताया कि गायत्री महायज्ञ में कोई भी शामिल हो सकता है। गोविंद देवजी, वेदमाता गायत्री और गुरु सत्ता का सोडशोपचार पूजन कर अग्नि प्रज्वलन कर यज्ञ देवता को आहुतियां प्रदान की जाएंगी। गायत्री एवं महामृत्युंजय महामंत्र के अलावा सूर्य, रूद्र, शिव, नवग्रह मंत्रों से भी आहुतियां प्रदान की जाएंगी। जिन श्रद्धालुओं का 9 फरवरी को जन्मदिन और विवाह दिवस है उनके उज्जवल भविष्य के लिए विशेष आहुतियां प्रदान की जाएंगी।
रोग मुक्ति की कामना के साथ सूर्य गायत्री मंत्र से आहुतियां प्रदान की जाएंगी। हवन के लिए अखिल विश्व गायत्री परिवार शांतिकुंज हरिद्वार से विशेष हवन सामग्री मंगवाई गई है। इसमें चालीस से अधिक जड़ी बूटियां हैं। यज्ञ के समापन पर श्रद्धालुओं को प्रयागराज महाकुंभ का प्रसाद वितरित किया जाएगा। गोविंद धाम में सेवा देने वाले श्रद्धालुओं का सम्मान किया जाएगा। इस मौके पर प्रेरणादायी पुस्तकों की स्टॉल भी लगाई जाएगी। यहां लागत दर पर पुस्तकें उपलब्ध रहेगी।
श्रद्धालुओं का प्रयागराज के कुंभ जल से अभिसिंचन किया जाएगा। मंदिर प्रबंधन की ओर से तीन बार में करीब तीस हजार शीशी का वितरण किया जा चुका है। उल्लेखनीय है कि गोविंद धाम शिविर में हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं ने लाभ उठाया। वहां ठाकुर श्री राधा गोविंद देव जी को विराजमान कर सातों झांकियां सजाई गई। श्रद्धालुओं को भोजन कराया गया। जयपुर से आए श्रद्धालुओं ने यहां रात्रि विश्राम भी किया। त्रिवेणी पीठाधीश्वर राम रिछपाल दास महाराज, महामंडलेश्वर मनोहर दास, बजरंगदास सहित अनेक संतों का पदार्पण हुआ।