शिमला, 27 फ़रवरी (हि.स.)। जिला शिमला के सुन्नी थाना क्षेत्र में एक व्यक्ति ने शराब के नशे में अपनी पत्नी और बच्चों के साथ अमानवीय व्यवहार किया। आरोपी ने मिर्ची के धुएं से पत्नी-बच्चों को प्रताड़ित किया। पीड़िता की शिकायत पर पुलिस ने आरोपी पति के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
सुन्नी थाना में दर्ज एफआईआर के अनुसार पुलिस ने भारतीय न्याय संहिता की धारा 85, 127(2) और 351(2) के तहत मामला दर्ज किया है। यह शिकायत डिंपल पत्नी टेक चंद निवासी चनावग तहसील सुन्नी ने दर्ज करवाई है।
डिंपल ने अपनी शिकायत में बताया कि उसका पति टेक चंद अक्सर शराब के नशे में धुत होकर उससे मारपीट करता था और मानसिक रूप से प्रताड़ित करता था। वह आए दिन घरेलू हिंसा का शिकार होती रही। लेकिन 25 फरवरी की रात जो कुछ हुआ, उसने उसकी और उसके बच्चों की जान खतरे में डाल दी।
मिर्च जलाकर बच्चों समेत पत्नी को तड़पाने की कोशिश
डिंपल ने पुलिस को दिए अपने बयान में बताया कि 25 फरवरी की रात करीब 9 बजे उसके पति टेक चंद ने खौफनाक हरकत की। शराब के नशे में उसने एक प्लेट में आग जलाकर उसमें मिर्च डाल दी और फिर उसे खिड़की के पास रखकर बाहर से खिड़की को बंद कर दिया।
जैसे ही मिर्च जलनी शुरू हुई तो तीखा धुआं पूरे कमरे में फैलने लगा। डिंपल और उसके दोनों बच्चे खांसने लगे और उन्हें सांस लेने में परेशानी होने लगी। धुएं की वजह से उनकी आंखों में जलन शुरू हो गई और दम घुटने जैसी स्थिति बन गई।
डिंपल ने जब बाहर निकलने की कोशिश की तो उसे एहसास हुआ कि टेक चंद ने दरवाजे को बाहर से बंद कर दिया है। कमरे के अंदर घुटन बढ़ती जा रही थी और बच्चों की हालत बिगड़ने लगी थी। किसी तरह डिंपल ने हिम्मत जुटाई और पूरी ताकत लगाकर दरवाजे को तोड़ा। जैसे-तैसे वह अपने बच्चों को लेकर घर से बाहर निकलने में सफल रही।
पति की प्रताड़ना से त्रस्त, पत्नी ने पुलिस से लगाई न्याय की गुहार
घटना के बाद डिंपल अपने बच्चों के साथ सीधे पुलिस थाना सुन्नी पहुंची और अपने पति के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई। पीड़िता ने पुलिस को बताया कि उसका पति पहले भी कई बार उसे मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित कर चुका है लेकिन इस बार उसकी हरकत ने उसकी जान को खतरे में डाल दिया।
महिला की शिकायत पर पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए मामला दर्ज कर लिया। सुन्नी थाना के एएसआई राम लाल इस मामले की जांच कर रहे हैं। पुलिस का कहना है कि आरोपी को जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा और मामले में निष्पक्ष जांच की जाएगी।