चित्तौड़गढ़, 13 मार्च (हि.स.)। जिले के कनेरा थाना क्षेत्र में अफीम की अवैध बुवाई का मामला सामने आया है। नारकोटिक्स चित्तौड़गढ़ व कोटा की टीम ने संयुक्त रूप से कार्यवाही को अंजाम दिया है। मौके पर आरोपित ने चीरा लगा कर अफीम भी निकाल ली थी। सूचना मिलने के बाद केंद्रीय नारकोटिक्स ब्यूरो चितौड़गढ़ की निवारक एवं आ सूचना की टीम तथा डीएनसी कार्यालय कोटा की टीम ने कार्यवाही की है। मौके पर दबिश देकर साढ़े दस आरी में बुवाई की अफीम की फसल को नष्ट करवाया। इतना ही नहीं करीब दो किलो अवैध अफीम भी जब्त की है। इस मामले में एनडीपीएस एक्ट के तहत प्रकरण दर्ज कर मामले में अनुसंधान जारी है।
इन दिनों अफीम उत्पादक क्षेत्रों में अफीम की बुवाई की जा रही है। ऐसे में चित्तौड़गढ़ जिला भी अफीम उत्पादक क्षेत्र है और नारकोटिक्स विभाग से लाइसेंसधारी किसान अफीम की खेती में लगे हैं। इसी बीच एंटी-ड्रग ऑपरेशन की निरंतरता में नारकोटिक्स को अवैध रूप से अफीम की बुवाई की सूचना मिली। इस गुप्त सूचना के आधार पर केंद्रीय नारकोटिक्स ब्यूरो, पीएंड आई सेल चित्तौड़गढ़ और कोटा के अधिकारियों की एक टीम गठित की गई। यह टीम निंबाहेड़ा उपखंड क्षेत्र में आने वाले भुवानिया खेड़ी गांव पहुंची। यहां गांव में एक खेत पर अफीम बुवाई की हुई थी, जिसके किसान से बुवाई के लाइसेंस के बारे में पूछताछ की। लेकिन इसके पास लाइसेंस नहीं होकर अवैध रूप से अफीम की बुवाई की थी। वहीं इसने अफीम के डोडो के चीरा लगा कर अफीम भी निकल कर एकत्रित कर ली थी। मौके पर जांच की तो सामने आया कि आरोपित किसान ने 1008 वर्ग मीटर (साढ़े दस आरी) में अवैध अफीम की बुवाई की थी। वहीं डोडे के चीरा लगा कर 1.960 किलोग्राम अवैध अफीम भी एकत्रित कर ली थी। ऐसे में नारकोटिक्स की टीम ने अवैध अफीम की खेती और अवैध खेती से एकत्रित अवैध अफीम को बरामद किया। कानूनी औपचारिकताओं को पूरा करने के बाद, बरामद अवैध अफीम को जब्त कर लिया गया। साथ ही अवैध अफीम की फसल को नष्ट कर दिया गया है। इस संबंध में एनडीपीएस अधिनियम, 1985 के प्रासंगिक प्रावधानों के तहत प्रकरण दर्ज किया है। मामले में भुवानिया खेड़ी निवासी दिनेश पुत्र राधेश्याम धाकड़ को गिरफ्तार कर लिया। फिलहाल इससे पूछताछ कर अनुसंधान जारी है। इधर, जानकारी में सामने आया है कि नारकोटिक्स विभाग किसानों को अफीम बुवाई के लिए अफीम नीति के तहत करीब 10 आरी का लाइसेंस जारी किए हैं। वही इस अवैध बुवाई करने वाले किसान ने भी इतने ही क्षेत्र में अफीम की बुवाई की थी, जिससे कि किसी को शक नहीं हो। लेकिन खुफिया जानकारी मिलने के बाद नारकोटिक्स की टीम ने मौके पर दबिश देकर अफीम के अवैध बुवाई के खेल का खुलासा कर दिया। इस मामले में और किनकी संलिप्तता है इसके बारे में जांच जारी है।