वाशिंगटन, 13 मार्च (हि.स.)। राष्ट्रपति डोनाल्ड जे. ट्रंप अमेरिका को एक बार फिर दुनिया की विनिर्माण महाशक्ति बनाने के मिशन पर तेजी से आगे बढ़ रहे हैं। मात्र सात सप्ताह में परिदृश्य बदलने लगा है। ट्रंप पर भरोसा दुनिया भर की कंपनियां अमेरिका में बड़ा निवेश करने की घोषणा कर रही हैं। कहा गया है कि इससे लाखों लोगों को रोजगार मिलेगा।
व्हाइट हाउस ने ट्रंप के पदभार ग्रहण करने के बाद इस दिशा में हुई प्रगति का विवरण जारी किया है। इसमें कहा गया है कि एप्पल ने 500 बिलियन डालर के निवेश की घोषणा की है। इससे 20,000 नौकरियों का सृजन होगा। राष्ट्रपति ट्रंप ने खुद आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस इंफ्रास्ट्रक्चर में 500 बिलियन डालर के निजी निवेश की घोषणा की है। इसके अलावा टीएसएमसी ने ने यूएस आधारित सेमीकंडक्टर चिप निर्माण में 100 बिलियन डालर के निवेश की घोषणा की है। एली लिली एंड कंपनी ने अपने यूएस आधारित विनिर्माण में 27 बिलियन डालर के निवेश की घोषणा की। राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा कि शिपिंग दिग्गज सीएमए सीजीएम यूएस शिपिंग और लॉजिस्टिक्स में 20 बिलियन डालर का निवेश करेगी। इससे 10,000 नए अमेरिकी रोजगार सृजित होंगे। इसके अलावा नए यूएस आधारित डेटा सेंटर बनाने के लिए डीएएमएसी प्रॉपर्टीज 20 बिलियन डालर का निवेश करेगी।
व्हाइट हाउस ने इसके अलावा अन्य कंपनियों की निवेश घोषणाओं का विवरण जारी किया है। इसमें कहा गया है कि सऊदी अरब ने घोषणा की कि वह अगले चार वर्षों में अमेरिका में 600 बिलियन डालर का निवेश करने का इरादा रखता है। संयुक्त अरब अमीरात ने घोषणा की कि वह अमेरिका में महत्वपूर्ण निवेश करेगा और ताइवान ने अपने अमेरिकी-आधारित निवेश को बढ़ावा देने की प्रतिबद्धता दोहराई है।
व्हाइट हाउस ने कहा कि इस बीच टैरिफ से बचने के लिए इलेक्ट्रॉनिक्स दिग्गज सैमसंग और एलजी ने मेक्सिको से अपने संयंत्रों को अमेरिका में स्थानांतरित करने पर विचार शुरू कर दिया है। हुंडई मोटर भी अमेरिका में उत्पादन को स्थानीय बनाने की योजना बना रही है। निसान मेक्सिको से अमेरिका में उत्पादन स्थानांतरित करने पर विचार कर रही है। होंडा से इंडियाना में अपने अगली पीढ़ी के सिविक हाइब्रिड मॉडल का उत्पादन करने की उम्मीद है।