फतेहाबाद, 31 दिसंबर (हि.स.)। चंडीगढ़ बिजली विभाग व यूपी के आगरा व वाराणसी डिस्काम को निजी हाथों में सौंपने के खिलाफ मंगलवार को फतेहाबाद में बिजली कर्मचारियों द्वारा प्रदर्शन किया गया। ऑल हरियाणा पावर कारपोरेशन वर्कर यूनियन यूनिट फतेहाबाद द्वारा आज सभी सब यूनिटों पर विरोध गेट मीटिंग की गई और सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर रोष जताया गया। फतेहाबाद में गेट मीटिंग की अध्यक्षता सिटी सब यूनिट प्रधान संजय कुमार ने की व संचालन यूनिट सचिव रामनिवास शर्मा ने किया इसमें मुख्य रूप से सर्कल सचिव भूप सिंह भड़ोलावाली मौजूद रहे। कर्मचारियों को संबोधित करते हुए भूप सिंह भड़ोलांवाली ने कहा कि नेशनल कोआर्डिनेशन कमेटी आफ इलेक्ट्रिसिटी एम्पलाइज एंड इंजीनियर और चंडीगढ़ में आयोजित आक्रोश जनसभा में घोषित निर्णय अनुसार आज देशभर में बिजली कर्मचारियों द्वारा प्रदर्शन किए गए हैं। उन्होंने कहा कि अगर सरकार ने इस निजीकरण के फैसले को वापस नहीं लिया तो आने वाले समय में यूनियन और बड़ा आंदोलन करने के लिए मजबूर होगी। उन्होंने कहा किकेंद्र सरकार ने चंडीगढ़ बिजली निगम को प्राइवेट हाथों में देने का फैसला कर लिया है। चंडीगढ़ बिजली निगम फायदे में होते हुए भी केंद्र सरकार जबरदस्ती प्राइवेट कंपनियों को बेचने जा रही है।चंडीगढ़ बिजली क्षेत्र का टोटल एसेट लगभग 25 हजार करोड़ रुपए का है और सरकार अपने चहेतों को फायदा पहुंचाने के लिए इसको केवल 871 करोड़ में बेचने जा रही है। इसके अलावा अन्य सार्वजनिक उपक्रमों की सम्पतियों को बर्बाद करने पर तुली हुई है। उन्होंने कहा कि यह बिजली का ढांचा बड़ी मेहनत के साथ खडा किया गया था। सरकार अपनी कमजोरियां छिपाने के लिए सब कुछ बेचने पर आमादा है, जो आम जनता के हित में नहीं है। इससे आने वाले समय में महंगी बिजली खरीदने पर आम उपभोक्ता मजबूर होगा। विरोध गेट मीटिंग को हनुमान सिंह, सुशील कुमार, सुरेश कुमार, हरमीत सिंह, विकास शर्मा ने भी संबोधित किया।