12.86 लाख नकदी और 44 गुम मोबाइल बरामद
फतेहाबाद, 3 जून (हि.स.)। फतेहाबाद पुलिस ने साबित कर दिखाया है कि अपराधी कितने भी हाईटेक हों, कानून की पकड़ से बच नहीं सकते। मई माह में चलाए गए विशेष साइबर अभियान के तहत 40 साइबर अपराधियों को गिरफ्तार कर 12 लाख 86 हजार 300 रुपये की नकदी, डिजिटल उपकरण, फर्जी दस्तावेज, तथा साइबर ठगी में प्रयुक्त तकनीकी उपकरण बरामद किए है। एसपी सिद्धांत जैन के नेतृत्व में हुई इस कार्रवाई के बाद इन सभी आरोपियों को न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया गया है। इस दौरान पुलिस ने तकनीकी विश्लेषण की मदद से 44 गुमशुदा मोबाइल फोन बरामद किए, जिनकी अनुमानित कीमत 16 लाख रुपये है। इन फोनों को उनके असली मालिकों को वापस सौंपते वक्त लोगों के चेहरों पर जो राहत और खुशी दिखी, वो फतेहाबाद पुलिस के लिए सबसे बड़ा सम्मान बन गई। एसपी जैन ने कहा कि हमारी कोशिश सिर्फ अपराध रोकने की नहीं, जनता की उम्मीदें लौटाने की भी है। जो खो गया है, वो वापस दिलाना भी हमारी जिम्मेदारी है। मंगलवार को एसपी ने बताया कि अधिकतर आरोपी फर्जी कॉल, केवाईसी अपडेट, बैंक अधिकारी बनकर झांसा देना, लॉटरी और लिंक क्लिक कराकर रिमोट एक्सेस लेने जैसे हथकंडों से भोले-भाले नागरिकों को निशाना बना रहे थे। उन्होंने स्पष्ट कहा कि अब ठगों के लिए फतेहाबाद में कोई जगह नहीं। पुलिस हर साइबर चाल को पहचानती है और हर ठग को जेल तक पहुंचाना हमारा लक्ष्य है। फतेहाबाद पुलिस जीरो टॉलरेंस पॉलिसी के तहत लगातार साइबर ठगों पर शिकंजा कस रही है। पुलिस अधीक्षक ने अपील करते हुए कहा कि किसी भी अनजान कॉल, संदिग्ध लिंक, ओटीपी या बैंकिंग अपडेट पर विश्वास न करें। अपनी व्यक्तिगत या बैंकिंग जानकारी केवल अधिकृत माध्यमों पर ही साझा करें। यदि आप ठगी का शिकार हो गए हैं, तो तत्काल साइबर हेल्पलाइन 1930 पर कॉल करें या नजदीकी थाना में रिपोर्ट दर्ज कराएं।