📍 मुंबई, 6 जून (हि.स.)
भारत के नव नियुक्त टेस्ट कप्तान शुभमन गिल ने गुरुवार को पहली प्रेस कॉन्फ्रेंस में अपनी कप्तानी की सोच को पूरी पारदर्शिता और विश्वास के साथ साझा किया। 25 वर्षीय गिल अब इंग्लैंड के खिलाफ आगामी पांच टेस्ट मैचों की सीरीज़ से अपनी कप्तानी की शुरुआत करेंगे। उनका लक्ष्य है — टीम में संवाद, स्पष्टता और आत्मविश्वास की संस्कृति को मजबूत करना।
🔹 गिल का नेतृत्व दृष्टिकोण
“मेरे पास कोई तय कप्तानी स्टाइल नहीं है। अनुभव के साथ नेतृत्व शैली खुद बनती है। मैं खिलाड़ियों से लगातार संवाद और उन्हें मानसिक रूप से सुरक्षित महसूस कराना चाहता हूं।”
गिल ने अपने नेतृत्व की प्राथमिकता को खिलाड़ियों के मानसिक समर्थन से जोड़ा और कहा कि संवाद और भरोसे से ही खिलाड़ी अपना सर्वश्रेष्ठ दे सकते हैं।
🔹 रोहित शर्मा से मिली प्रेरणा
“रोहित भाई की सबसे बड़ी खूबी थी—स्पष्टता। वे साफ-साफ बताते थे कि टीम को किससे क्या चाहिए। मैं भी वैसा ही नेतृत्व करना चाहूंगा।”
गिल ने पूर्व कप्तान रोहित शर्मा की कम्युनिकेशन स्किल्स और सरल नेतृत्व शैली की सराहना करते हुए खुद में भी वही गुण लाने की बात कही।
🔹 नई चुनौती, नया संयोजन
भारत को हालिया दौर में ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट में हार का सामना करना पड़ा, जिससे टीम वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप की रेस से बाहर हो गई। ऐसे में गिल को एक नई चुनौती मिली है।
“हर दौरे में दबाव होता है, लेकिन हमारे पास अनुभव और युवा प्रतिभा का सही मिश्रण है। हम नई शुरुआत को लेकर तैयार हैं।”
🔹 तैयारियों का खाका
गिल ने बताया कि टेस्ट से पहले 10 दिन का ट्रेनिंग कैंप और 13–16 जून के बीच इंट्रा-स्क्वॉड मैच खेला जाएगा। उसी के बाद बल्लेबाजी क्रम और अंतिम एकादश पर निर्णय लिया जाएगा।
🔹 टीम में नए चेहरे
- बी. साई सुधर्शन को पहली बार टेस्ट टीम में जगह
- करुण नायर की 8 साल बाद वापसी
- अभिमन्यु ईश्वरन को फिर मौका
- ऑलराउंडरों में नितीश रेड्डी, वॉशिंगटन सुंदर, शार्दुल ठाकुर और रविंद्र जडेजा प्रमुख
🔹 गंभीर की रणनीति
हेड कोच गौतम गंभीर ने कहा:
“मैच जीतने के लिए 20 विकेट जरूरी हैं। चाहे बल्लेबाज़ी कितनी भी मजबूत हो, अगर हम विपक्षी को आउट नहीं कर पाए, तो जीत मुमकिन नहीं।”
उन्होंने इंग्लैंड की ‘बाज़बॉल’ शैली को लेकर भी गहराई से बात की और गेंदबाजों की अहमियत पर जोर दिया।
🔹 गिल की रणनीति बनाम ‘बाज़बॉल’
“इंग्लैंड के पास एक खास खेलने का तरीका है, लेकिन अगर हम प्रोएक्टिव रहे और योजनाओं को सही तरीके से लागू किया, तो उन्हें दबाव में डाल सकते हैं।”
गिल ने इंग्लैंड की आक्रामक रणनीति को चुनौती के बजाय मौका बताया।
🔚 निष्कर्ष: दो वर्षों की असली परीक्षा
गिल भारत के पांचवें सबसे युवा टेस्ट कप्तान हैं और उनके सामने खुद को साबित करने के साथ-साथ भारत को टेस्ट क्रिकेट में फिर शीर्ष पर पहुंचाने की जिम्मेदारी है। अगला वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल 2027 में है, और तब तक गिल 27 वर्ष के होंगे — यही उनकी कप्तानी की असली कसौटी होगी।