📍 हरिद्वार, 9 जून (हि.स.) — समग्र शिक्षा अभियान के अंतर्गत रुड़की में कार्यक्रम परामर्श समिति की बैठक का आयोजन किया गया, जिसकी अध्यक्षता मुख्य विकास अधिकारी आकांक्षा कोंडे ने की। बैठक में वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए एनुअल वर्क प्लान एवं बजट पर विस्तार से चर्चा हुई।
💰 बजट का अनुमोदन
बैठक में समग्र शिक्षा अभियान के अंतर्गत ₹72.40 लाख रुपये और सेंटर ऑफ एक्सिलेंस के लिए ₹11.89 लाख रुपये के बजट को अनुमोदित किया गया। इस प्रकार कुल ₹84.29 लाख रुपये की योजना को हरी झंडी दी गई।
📚 शिक्षा सुधार की दिशा में अहम निर्णय
मुख्य विकास अधिकारी आकांक्षा कोंडे ने निर्देश दिए कि:
- कक्षा 9 से 12 के विद्यार्थियों के लिए शीर्षक आधारित शैक्षिक कंटेंट तैयार किया जाए ताकि छात्र भविष्य की तैयारी बेहतर ढंग से कर सकें।
- दीक्षा ऐप, पीएम ई-विद्या, स्वयंप्रभा जैसे डिजिटल शैक्षिक प्लेटफॉर्म्स का व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाए।
- आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, कोडिंग-डिकोडिंग जैसी आधुनिक तकनीकों को लेकर शिक्षकों को प्रशिक्षण दिया जाए ताकि वे बच्चों को जागरूक कर सकें।
- राजकीय जूनियर हाई स्कूलों में विज्ञान प्रयोगशालाएं स्थापित की जाएं और उनमें सामग्री की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए।
🧑🏫 बैठक में मौजूद प्रमुख अधिकारी
बैठक में कई प्रमुख अधिकारी और शिक्षा विशेषज्ञ मौजूद रहे, जिनमें शामिल थे:
- कैलाश डंगवाल – प्राचार्य, जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान, रुड़की
- आशुतोष भण्डारी – जिला शिक्षा अधिकारी (बेसिक)
- डॉ. अजय कुमार चौरसिया, नरेश चंद राजा, मोहम्मद वसीम – SCERT, देहरादून
- डॉ. दीपक दीक्षित, जान आलम, डॉ. अंजु मलिक, नरेन्द्र सिंह वालिया, डॉ. अनिता नेगी, डॉ. सरस्वती पुण्डीर – एपीएफ और शिक्षा क्षेत्र से जुड़ी अन्य संस्थाएं
📢 यह बैठक शिक्षा के डिजिटलीकरण, तकनीकी सशक्तिकरण और विज्ञान के प्रति रुझान बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल मानी जा रही है।