📍 कीव/मॉस्को, 09 जून (हि.स.) — यूक्रेन-रूस युद्ध अब और अधिक आक्रामक रूप ले चुका है। रविवार की रात दोनों पक्षों के बीच जबरदस्त हवाई टकराव हुआ। एक तरफ जहां यूक्रेन ने रूस के दो उन्नत लड़ाकू विमानों मिग-31 और एसयू-34 को मार गिराने का दावा किया, वहीं दूसरी ओर रूस ने जवाबी कार्रवाई में 479 ड्रोन हमले कर यूक्रेन के कई शहरों को दहला दिया।
✈️ यूक्रेन का हवाई हमला: मिग-31 और एसयू-34 को निशाना बनाया
‘कीव पोस्ट’ के मुताबिक, यूक्रेन की सशस्त्र सेनाओं ने रूस के सावसलेका एयरबेस पर “ऑपरेशन स्पाइडरवेब” के तहत हमला किया, जो यूक्रेन की सीमा से करीब 650 किमी दूर स्थित है।
इस ऑपरेशन में:
- मिग-31 — जो किंजल हाइपरसोनिक मिसाइल ले जाने में सक्षम है — को नष्ट किया गया।
- एसयू-34 या एसयू-30 को भी भारी नुकसान पहुंचा।
- इससे पहले 7 जून को यूक्रेन ने एफ-16 वाइपर से रूस का एसयू-35 भी गिराया था।
यूक्रेनी अधिकारियों का दावा है कि इस श्रृंखला के हमलों से रूस को करीब 7 बिलियन डॉलर का नुकसान हुआ है।
🚁 रूस का पलटवार: 479 ड्रोन और 20 मिसाइलें
‘द मास्को टाइम्स‘ की रिपोर्ट के अनुसार:
- रूस ने रविवार रात को यूक्रेन के विभिन्न क्षेत्रों पर 479 ड्रोन दागे।
- इनमें से 460 ड्रोन यूक्रेन की वायुसेना ने मार गिराए।
- 20 मिसाइलें भी दागी गईं, जिनमें से 19 को रोकने में सफलता मिली।
- सबसे बड़ा हमला रिव्ने शहर में हुआ, जिसे स्थानीय मेयर ने “युद्ध शुरू होने के बाद सबसे भयंकर हमला” बताया।
🏭 यूक्रेन का रूस के भीतर हमला
- यूक्रेन ने रूस में एक इलेक्ट्रॉनिक्स फैक्ट्री को भी निशाना बनाया, जहां ड्रोन के कंपोनेंट बनाए जाते थे।
- हमले के बाद फैक्टरी का उत्पादन अस्थायी रूप से रोक दिया गया है।
🕊️ कैदियों के आदान-प्रदान पर असमंजस
- रूसी राष्ट्रपति पुतिन के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने युद्धबंदियों और मृत सैनिकों के शवों के संभावित आदान-प्रदान पर कोई ठोस जवाब नहीं दिया।
- उन्होंने प्रेस से कहा, “आज क्या होगा, इंतजार करिए और देखिए।”
🧭 विश्लेषण:
इस हालिया टकराव से स्पष्ट है कि युद्ध का स्वरूप अब पारंपरिक सीमाओं से बाहर निकलकर दीर्घ दूरी के टारगेट, ड्रोन वॉरफेयर, और हाइपरसोनिक मिसाइलों की ओर बढ़ गया है। दोनों ही पक्ष अपनी हवाई क्षमता को अधिकतम करने में जुटे हैं — और यह संघर्ष आने वाले समय में और जटिल और विनाशकारी हो सकता है।