कोलकाता, 26 जून (हि.स.) –
अंतरराष्ट्रीय मादक पदार्थ विरोधी दिवस के अवसर पर कोलकाता पुलिस ने एक विशेष जागरूकता अभियान चलाया। कार्यक्रम में पुलिस कमिश्नर मनोज वर्मा, राज्य मंत्री शशि पांजा, फिल्म जगत की हस्तियाँ और सैकड़ों छात्र शामिल हुए।
📍 कार्यक्रम की प्रमुख गतिविधियाँ
- जागरूकता पदयात्रा का आयोजन, जिसमें छात्रों और युवाओं ने भाग लिया
- सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ और प्रेरणात्मक भाषण
- नशा छोड़ चुके युवाओं की भागीदारी और अनुभव साझा करना
🗣️ कोलकाता पुलिस कमिश्नर मनोज वर्मा के मुख्य बिंदु
- कोलकाता, ड्रग्स के खिलाफ सबसे सतर्क मेट्रो शहरों में से एक है
- पुलिस यह सुनिश्चित कर रही है कि ड्रग्स कहां से आते हैं और कैसे वितरित होते हैं
- अभी नशा पूरी तरह खत्म नहीं हुआ, लेकिन कई इलाके लगभग नशा मुक्त हो चुके हैं
- अपराध और नशा के बीच गहरा संबंध है
- कई अपराधी नशा मुक्ति केंद्रों में छिपते हैं, पुलिस उन पर नजर रख रही है
🏥 राज्य सरकार की भूमिका: मंत्री शशि पांजा की बातें
- 75 से 80 नशा मुक्ति केंद्र राज्य में सक्रिय हैं
- 8–10 केंद्र सरकार के साथ सीधे जुड़े हुए हैं
- ड्रग्स तस्कर अब स्कूल और कॉलेज के छात्रों को निशाना बना रहे हैं
- युवाओं को चेतावनी:
- “ड्रग्स से दूर रहें”
- “यह आपकी ज़िंदगी और समाज दोनों को बर्बाद कर सकता है”
✅ निष्कर्ष
- कोलकाता पुलिस और राज्य सरकार मिलकर नशा मुक्त शहर बनाने का प्रयास कर रही हैं
- जागरूकता, सख्ती और जनभागीदारी से ड्रग्स पर नियंत्रण संभव है