गोरखपुर, 28 जून — मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को गोरखनाथ मंदिर में जनता दर्शन के दौरान 200 से अधिक लोगों की समस्याएं सुनी।
👩👧 बीमार बिटिया की माँ की पुकार और मुख्यमंत्री की संवेदना
- एक महिला अपनी बीमार बेटी को गोद में लेकर सीएम योगी के पास पहुंची।
- बच्ची को देखकर मुख्यमंत्री भावुक हो गए और उसे गोद में उठा लिया।
- उन्होंने माँ को भरोसा दिया कि बच्ची का इलाज सरकार की तरफ से कराया जाएगा।
- साथ ही परिवार को आवास योजना का लाभ भी दिया जाएगा।
👂 जनता की हर आवाज़ सुनी गई, तुरंत हुए आदेश
मुख्यमंत्री ने जनता की समस्याएं सुनकर दिए यह निर्देश:
- इलाज में देरी न हो, इसके लिए इस्टीमेट जल्दी तैयार कराया जाए।
- आवास से वंचित लोगों को प्रधानमंत्री या मुख्यमंत्री आवास योजना से जोड़ा जाए।
- अपराध या भू-माफिया से जुड़ी शिकायतों पर कड़ी कार्रवाई की जाए।
🏥 इलाज में मदद: “पैसे की कमी से इलाज नहीं रुकेगा”
- मुख्यमंत्री ने कहा कि हर जरूरतमंद को सरकार आर्थिक मदद देगी।
- कोई भी व्यक्ति सिर्फ पैसे के कारण बीमार न रहे, यह सरकार की जिम्मेदारी है।
🛑 अपराध और ज़मीन कब्जे पर सख्त रुख
- जिन लोगों ने भू-माफिया और अपराधियों की शिकायत की, उन्हें त्वरित न्याय मिलेगा।
- पुलिस को निर्देश दिए गए कि सख्त कानूनी कार्रवाई की जाए।
🎒 बच्चों को मिला दुलार, प्रेरणा और चॉकलेट
- कार्यक्रम में आए बच्चों से सीएम योगी ने किया सीधा संवाद।
- बच्चों को चॉकलेट और पढ़ाई की प्रेरणा भी दी।
✅ मुख्यमंत्री का संदेश: “हर ज़रूरतमंद को मदद मिलेगी”
“उत्तर प्रदेश सरकार का लक्ष्य है कि हर पीड़ित को राहत और हर पात्र को योजना का लाभ मिले।”
🔚 निष्कर्ष:
सीएम योगी का जनता दर्शन सिर्फ एक औपचारिक कार्यक्रम नहीं था, बल्कि जन सरोकार, संवेदना और भरोसे की मिसाल था।
बिटिया को गोद में लेना एक संदेश है – सरकार आम जनता के साथ है।