🌿 परियोजना का उद्देश्य
गौंछी ड्रेन में लगातार बढ़ रही गंदगी और अतिक्रमण को रोकने के लिए फरीदाबाद नगर निगम ने एक अभिनव योजना शुरू की है। इस योजना के अंतर्गत कोनोकार्पस (Conocarpus) पौधों को ड्रेन के दोनों किनारों पर लगाया जाएगा, जिससे न केवल हरियाली बढ़ेगी, बल्कि लोग कचरा डालने से भी हतोत्साहित होंगे।
💰 लागत और कार्यान्वयन
- कुल अनुमानित लागत: ₹64 लाख
- कार्य एजेंसी: नगर निगम फरीदाबाद की इंजीनियरिंग ब्रांच
- स्टेटस: टेंडर जारी कर दिए गए हैं
- विस्तार: एनआईटी से गौंछी गांव तक का पूरा क्षेत्र शामिल
🪴 कोनोकार्पस पौधों के लाभ
- तेजी से बढ़ने वाले पौधे
- वातावरण में धूल और धुएं को अवशोषित करने की क्षमता
- मजबूत जड़ें, जो मिट्टी को क्षरण से बचाती हैं
- हर मौसम में हरियाली बनाए रखते हैं
- रखरखाव में कम लागत
🧹 मानसून से पहले की गई सफाई
- यह ड्रेन 15 से अधिक कॉलोनियों और सेक्टरों के सीवर एवं वर्षा जल निकासी के लिए उपयोग में लाई जाती है
- मानसून शुरू होने से पहले नाले की गहन सफाई की गई
- भारी मात्रा में गाद और प्लास्टिक कचरा हटाया गया
🏗️ सौंदर्यीकरण की दिशा में कदम
नगर निगम ने गौंछी ड्रेन के संपूर्ण सौंदर्यीकरण के लिए दो टेंडर जारी किए हैं, जिनमें शामिल है:
- कोनोकार्पस पौधरोपण और देखभाल
- अतिक्रमण हटाना और क्षेत्र को संरक्षित बनाना
- आस-पास के नागरिकों को जागरूक करना
📢 निगम का संदेश
नगर निगम आयुक्त ने स्पष्ट किया:
“यह योजना केवल पौधरोपण नहीं, बल्कि एक सामाजिक जागरूकता अभियान भी है। लोग ड्रेन में कचरा फेंकना बंद करें और स्वच्छता में सहयोग करें।”
🚫 अतिक्रमण पर सख्ती
ड्रेन किनारे बने कई अवैध निर्माण भी हटा दिए जाएंगे। अतिक्रमण हटाने के लिए विशेष टीमें गठित की गई हैं।