✨ इस रक्षाबंधन पर एक खास पहल
काशी हिन्दू विश्वविद्यालय (BHU) के ग्रामीण विकास केंद्र में प्रशिक्षण प्राप्त कर रहीं महिलाओं ने
सीमा पर तैनात वीर सैनिकों के लिए सैकड़ों राखियां तैयार की हैं।
🧵 देशभक्ति के धागे में बंधी राखियां
प्रो. आलोक पांडेय ने बताया कि हर साल की तरह इस साल भी
महिलाओं ने पूरे उत्साह से सीमा पर राखी भेजने की तैयारी की।
सैनिक भाइयों की सूनी कलाई अब नहीं रहेगी खाली।
👩🏫 आत्मनिर्भर भारत की ओर कदम
प्रशिक्षिका आरती विश्वकर्मा ने बताया कि सिलाई, कढ़ाई जैसे हुनर सिखाकर
हज़ारों महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाया गया है।
कई महिलाएं अब खुद का प्रशिक्षण केंद्र भी चला रही हैं।
👏 राखी निर्माण में इनका योगदान
राखियां बनाने में अनीता कुमारी, महिमा मौर्या, पिंकी पांडेय, दिव्या शुक्ला, ज्योति पटेल आदि महिलाएं शामिल रहीं।
इनका यह योगदान एक प्रेरणादायक मिसाल है।
🎯 BHU का उद्देश्य
महाविद्यालय का उद्देश्य केवल शिक्षा देना नहीं,
बल्कि समाज सेवा और आत्मनिर्भरता की भावना भी जगाना है।