कैलाश मानसरोवर यात्रा: श्रद्धालुओं का चौथा दल लौटा भारत
उत्तराखंड के पिथौरागढ़ ज़िले से गुज़रते हुए कैलाश मानसरोवर यात्रा का चौथा दल सोमवार सुबह सुरक्षित रूप से भारत लौट आया। यह दल सुबह 9 बजे लिपुलेख दर्रे से भारतीय सीमा में दाखिल हुआ, जहां भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) के जवानों ने यात्रियों का गर्मजोशी से स्वागत किया।
सड़क मार्ग से धारचूला की ओर
सड़क मार्ग की अनुकूल स्थिति को देखते हुए दल को सीधे धारचूला लाया जाएगा। प्रशासन ने यात्रियों के लिए ठहरने, स्वास्थ्य और सुरक्षा संबंधी सभी आवश्यक व्यवस्थाओं की तैयारी कर रखी है।
प्रशासन ने की सुरक्षा व्यवस्था मजबूत
जिलाधिकारी विनोद गोस्वामी ने बताया कि यात्रियों की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है। यात्रा मार्ग पर विशेष सतर्कता बरती जा रही है और मेडिकल सुविधाओं से लेकर आपातकालीन सहायता तक हर व्यवस्था सुनिश्चित की गई है।
श्रद्धालुओं के लिए यादगार अनुभव
कैलाश मानसरोवर यात्रा हिंदू और बौद्ध श्रद्धालुओं के लिए धार्मिक व आध्यात्मिक दृष्टि से बेहद महत्वपूर्ण है। हर वर्ष हजारों श्रद्धालु इस कठिन यात्रा को पूरा कर कैलाश पर्वत और मानसरोवर झील के दर्शन करने जाते हैं। इस बार लौटा चौथा दल भी अपने साथ अद्भुत अनुभव और धार्मिक ऊर्जा लेकर वापस आया है।