भोपाल, 6 सितंबर। मध्य प्रदेश में लगातार भारी बारिश से हालात बिगड़ गए हैं। इंदौर, उज्जैन, भोपाल, ग्वालियर और जबलपुर सहित कई जिलों में शुक्रवार से शुरू हुआ बारिश का दौर शनिवार तक जारी रहा। मौसम विभाग ने राज्य के कई हिस्सों में भारी से अति भारी वर्षा का अलर्ट जारी किया है।
नदियां-नाले उफान पर
उज्जैन में शिप्रा नदी का जलस्तर बढ़ गया है, रतलाम में सड़कों पर दो-दो फीट पानी बह रहा है और कई घरों-दुकानों में पानी भर गया है। नर्मदा नदी का जलस्तर महेश्वर और मंडलेश्वर में खतरे के निशान से ऊपर पहुंच गया है। ओंकारेश्वर और इंदिरा सागर बांध से पानी छोड़े जाने के बाद निचले इलाकों में अलर्ट जारी किया गया है।
जनजीवन प्रभावित
इंदौर, उज्जैन, धार और ग्वालियर में स्कूल और आंगनबाड़ी बंद कर दिए गए हैं। कई जिलों में सड़क मार्ग बाधित हैं और गांवों का संपर्क टूटा हुआ है। श्योपुर जिले में कूनो नदी उफान पर है और गर्भवती महिला समेत 16 लोगों को एसडीआरएफ ने नाव से सुरक्षित निकाला।
हादसे और नुकसान
राजगढ़ जिले में कालीसिंध नदी में कार बह गई, वहीं उज्जैन में बागेड़ी नदी ने एक और कार बहा दी। इटारसी में सुखतवा नदी में डूबने से दादा-पोते की मौत हो गई। धार और मनावर क्षेत्र में कई मकान और दीवारें गिरने से नुकसान हुआ है।
प्रशासन अलर्ट पर
राज्य सरकार ने सभी प्रभावित जिलों के कलेक्टरों को अलर्ट रहने और राहत व बचाव कार्य तेज करने के निर्देश दिए हैं। मौसम विभाग ने साफ किया है कि अगले 48 घंटे तक बारिश का सिलसिला जारी रहेगा।