शेख हसीना और परिवार के मतदान अधिकार पर रोक
ढाका, 18 सितंबर। बांग्लादेश की अपदस्थ प्रधानमंत्री शेख हसीना और उनके परिवार के नौ सदस्यों को अगले साल फरवरी में होने वाले संसदीय चुनाव में मतदान करने की अनुमति नहीं होगी। बांग्लादेश निर्वाचन आयोग ने इनके राष्ट्रीय पहचान पत्र (एनआईडी) को ब्लॉक कर दिया है।
आयोग का विवरण
तुर्किये के सार्वजनिक प्रसारक टीआरटी वर्ल्ड के अनुसार, आयोग के वरिष्ठ सचिव अख्तर अहमद ने बताया कि विदेश में रहने वाले बांग्लादेशियों को केवल एनआईडी नंबर के जरिए ही ऑनलाइन पंजीकरण करना होगा। पासपोर्ट पर्याप्त नहीं है। एनआईडी ब्लॉक होने के कारण हसीना और उनके परिवार के सदस्य विदेश से भी वोट नहीं डाल पाएंगे।
राजनीतिक पृष्ठभूमि
शेख हसीना और उनके परिवार को अप्रैल में अंतरिम सरकार के निर्देश के बाद एनआईडी ब्लॉक किया गया था। हसीना 5 अगस्त, 2024 को हुए जन विद्रोह के बाद भारत में निर्वासन में हैं। इस विद्रोह में लगभग 1,400 लोग मारे गए थे। हसीना पर बांग्लादेश में कई मामलों की जांच चल रही है, जिसमें सामूहिक हत्या के आरोप भी शामिल हैं।
विदेश में मतदान व्यवस्था
आयोग ने स्पष्ट किया कि फरवरी 2025 के संसदीय चुनाव में देश के अंदर और बाहर दोनों जगह मतदान होगा। विदेश में रहने वाले बांग्लादेशियों को पहली बार ऑनलाइन पंजीकरण कराना होगा और डाक सुविधा के जरिए वोट डालना होगा। एनआईडी ब्लॉक होने वाले लोग इस प्रक्रिया में भाग नहीं ले पाएंगे।
निष्कर्ष
शेख हसीना और उनके परिवार के वोटिंग अधिकार पर यह रोक बांग्लादेश में राजनीतिक विवाद को और बढ़ा सकती है। आयोग ने मतदान प्रक्रिया की पारदर्शिता और विदेश में वोटिंग व्यवस्था पर जोर दिया है।