दूसरे कार्यकाल में चुनौतीपूर्ण जिम्मेदारियां
भारतीय क्रिकेट के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली सीएबी अध्यक्ष पद पर निर्विरोध लौटेंगे। सोमवार को होने वाली वार्षिक आमसभा में उनका पूरा पैनल भी निर्विरोध चुना जाएगा। हालांकि, वित्तीय अनियमितताओं और साख से जुड़े सवालों के कारण उनका यह कार्यकाल पहले से अधिक चुनौतीपूर्ण माना जा रहा है।
पैनल और प्रमुख जिम्मेदारियां
गांगुली के साथ सचिव पद पर बबलू कोलाय, संयुक्त सचिव मदन मोहन घोष, कोषाध्यक्ष संजय दास और उपाध्यक्ष अनु दत्ता निर्विरोध चुने जाएंगे। उनके प्रमुख लक्ष्य में रणजी ट्रॉफी टीम को मजबूत बनाना, बंगाल प्रो टी-20 लीग को बढ़ावा देना और महिला क्रिकेट को प्रोत्साहित करना शामिल है।
ईडन गार्डन्स और अंतरराष्ट्रीय मैच
गांगुली की पहली बड़ी जिम्मेदारी 14 नवम्बर से ईडन गार्डन्स में भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच टेस्ट मैच की मेजबानी होगी। इसके अलावा, अगले साल होने वाले टी-20 विश्वकप के नॉकआउट मैचों की मेजबानी की संभावना भी उनके कार्यकाल में है।
प्रशासन और कोचिंग का संतुलन
दक्षिण अफ्रीका में एसए20 लीग में प्रिटोरिया कैपिटल्स के मुख्य कोच के रूप में गांगुली को कोचिंग और प्रशासनिक जिम्मेदारियों का संतुलन साधना होगा।
निर्विरोध चुनाव और भविष्य की योजना
आज के चुनाव में गांगुली के खिलाफ कोई उम्मीदवार नहीं है। इसलिए वह निर्विरोध सीएबी अध्यक्ष बनेंगे और बंगाल क्रिकेट के भविष्य को नए आयाम देंगे।