माता कूष्मांडा: सृष्टि की रचयिता
- नवरात्रि का चौथा दिन माता कूष्मांडा को समर्पित है। Kushmanda Aarti सुख-शांति देती है।
- माता ने अपनी मुस्कान से ब्रह्मांड रचा। मालपुआ भोग चढ़ाकर पूजा करें।
- Navratri puja में उनकी आराधना से स्वास्थ्य, समृद्धि मिलती है। 25 सितंबर 2025 को पूजा।
Kushmanda Aarti की विधि
कूष्मांडा Aarti गाकर पूजा शुरू करें। सुबह स्नान करें, मंदिर सजाएं।
- माता को लाल फूल, मालपुआ चढ़ाएं।
- घी का दीपक जलाएं, मंत्र जाप करें।
- कूष्मांडा Aarti से माता को प्रसन्न करें।
यह विधि जीवन में ऊर्जा, सकारात्मकता लाती है। Navratri puja में शामिल करें।
Kushmanda Aarti – मालपुआ भोग: माता का प्रिय प्रसाद
माता कूष्मांडा को मालपुआ भोग अति प्रिय है। शुद्ध घी में बनाएं।
मालपुआ में दूध, आटा, चीनी का उपयोग करें। माता को अर्पित करें।
- मालपुआ तलकर माता को चढ़ाएं।
- भोग के बाद प्रसाद बांटें।
Navratri puja में मालपुआ भोग से समृद्धि, स्वास्थ्य मिलता है।
माता कूष्मांडा का स्वरूप
- माता कूष्मांडा सिंह पर सवार हैं, आठ भुजाओं में शस्त्र, कमल धारण करती हैं।
- वे सृष्टि की शक्ति, जीवनदायिनी हैं। कूष्मांडा Aarti से रक्षा होती है।
- लाल या नारंगी रंग प्रिय है। पूजा में लाल वस्त्र पहनें।
नवरात्रि पूजा के लाभ
कूष्मांडा Aarti से मानसिक शांति, स्वास्थ्य बढ़ता है। Navratri puja जीवन को उज्ज्वल बनाती है।
- रोग, दुख से मुक्ति मिलती है।
- आत्मविश्वास, सकारात्मक ऊर्जा बढ़ती है।
- परिवार में सुख-समृद्धि का आगमन।
माता की कृपा से जीवन की बाधाएं समाप्त होती हैं।
मंत्र जाप और तैयारी
मुख्य मंत्र: सुरासम्पूर्णकलशं रुधिराप्लुतमेव च।
दधाना हस्तपद्माभ्यां कूष्मांडा शुभदास्तु मे।
- 108 बार मंत्र जाप करें।
- पूजा स्थल स्वच्छ करें, दीप जलाएं।
- मालपुआ, फल, मिठाई चढ़ाएं।
Kushmanda Aarti के साथ मंत्र से शक्ति प्राप्त करें।
लाल रंग का महत्व
- नवरात्रि के चौथे दिन लाल रंग पहनें। माता कूष्मांडा को प्रिय है।
- लाल फूल, जैसे गुलाब, माता को अर्पित करें। मालपुआ भोग चढ़ाएं।
- यह रंग शक्ति, उत्साह का प्रतीक है। कूष्मांडा Aarti गाएं।
व्रत कथा का सार
- माता कूष्मांडा ने ब्रह्मांड की रचना की। उनकी पूजा से जीवन में प्रकाश आता है।
- इस कथा से सृजनशक्ति सीखें। Kushmanda Aarti से व्रत फल मिलता है।
- नवरात्रि व्रत रखकर माता को प्रसन्न करें।
Kushmanda Aarti के बोल
- जय माँ कूष्मांडा सृष्टि रचयिता, भक्तों की हर पुकार सुनिता।
- सिंह सवारी माँ आठ भुजाधारी, शक्ति देती सब संकट टारी।
- मालपुआ भोग से मन हो प्रसन्न, पूर्ण करो माँ सारे सपन।
- Kushmanda Aarti गाकर माता का आशीर्वाद लें।
- Navratri puja में मालपुआ भोग से सुख-स्वास्थ्य पाएं।
नवरात्रि 2025 में पूजा
- 22 सितंबर से नवरात्रि शुरू, चौथा दिन 25 सितंबर। Navratri puja के लिए तैयार रहें।
- माता कूष्मांडा की पूजा करें। Kushmanda Aarti से नवरात्रि को विशेष बनाएं।
- मालपुआ भोग चढ़ाकर जीवन में शक्ति, समृद्धि लाएं।