भोपाल, 2 अक्टूबर।
मध्य प्रदेश में महात्मा गांधी की 156वीं जयंती के अवसर पर 111 आजीवन कैदी रिहा किए जा रहे हैं। इनमें छह महिलाएं भी शामिल हैं। जेल विभाग की रिहाई नीति के तहत इन सजायाफ्ता कैदियों को विशेष माफी दी गई है।
जेल महानिरीक्षक (सुधारात्मक सेवाएं) डॉ. वरुण कपूर ने बताया कि राज्य शासन ने कैदियों के अच्छे आचरण को देखते हुए यह निर्णय लिया है। बलात्कार और पाक्सो से दंडित किसी भी कैदी को माफी नहीं दी गई। रिहा होने वाले बंदियों को जेल में टेलरिंग, कारपेंटरी, लौहारी, भवन मिस्त्री, भवन निर्माण सामग्री आदि का प्रशिक्षण दिया गया ताकि वे समाज में पुनःस्थापित होकर जीविकोपार्जन कर सकें।
ये कैदी 14 विभिन्न जेलों में बंद हैं। भोपाल और सागर से 18-18, रीवा से 12, इंदौर केंद्रीय जेल 11, नर्मदापुरम से 10, उज्जैन और ग्वालियर से 7-7, सतना और जबलपुर से 6-6, बड़वानी और नरसिंहपुर से 5-5, इंदौर जिला से 3, आलीराजपुर से 2 और टीकमगढ़ से 1 कैदी रिहा होंगे।
डॉ. कपूर ने रिहाई के बाद कैदियों से अपील की है कि वे अपराध से दूर रहकर अपने परिवार और समाज में योगदान दें और प्रदेश के विकास में सहभागी बनें।