किशोर की मौत और अस्पताल की अनियमितताएं
गौतम बुद्ध नगर, 10 अक्टूबर (हि.स.)। थाना जारचा के प्यावली गांव में आयुर्वेदिक लाइसेंस वाले एक निजी अस्पताल में एलोपैथिक उपचार के दौरान एक किशोर रजत भाटी की मौत के मामले में स्वास्थ्य विभाग कार्रवाई करते हुए अस्पताल को सील कर दिया।
अस्पताल का लाइसेंस और इलाज की अनियमितताएं
स्वास्थ्य विभाग की जांच में पाया गया कि अस्पताल के पास केवल आयुर्वेदिक चिकित्सा का लाइसेंस था, लेकिन वहां एलोपैथिक दवाएं, एक्स-रे मशीन और हड्डी जोड़ने के उपकरण मौजूद थे। यह स्थिति गंभीर अनियमितता मानी गई।
परिजनों की शिकायत और मौत का आरोप
रजत भाटी के परिजन नरेंद्र कुमार ने बताया कि 4 अक्टूबर को अस्पताल में इलाज के दौरान डॉक्टर द्वारा गलत इंजेक्शन लगाने से रजत की हालत बिगड़ गई और उनकी मौत हो गई। शिकायत मिलने के बाद नोडल अधिकारी डॉ. रविंद्र कुमार ने तुरंत स्वास्थ्य विभाग कार्रवाई शुरू की।
अस्पताल पर नोटिस और कानूनी चेतावनी
स्वास्थ्य विभाग ने अस्पताल प्रबंधन को नोटिस जारी किया है और 3 दिन के अंदर जवाब देने के लिए कहा है। अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि जवाब संतोषजनक न होने पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। यह मामला स्वास्थ्य विभाग की सतर्कता और जवाबदेही का उदाहरण है।
निष्कर्ष
किशोर की मौत के इस गंभीर मामले में स्वास्थ्य विभाग कार्रवाई ने तुरंत कदम उठाकर संभावित स्वास्थ्य जोखिम को रोका। यह घटना निजी अस्पतालों में नियमों का पालन और सुरक्षा उपायों की आवश्यकता को उजागर करती है।