पूर्व सांसद और कांग्रेस नेता उदित राज ने शुक्रवार को बताया कि उनके घर का सामान दिल्ली के पंडारा रोड स्थित आवास से बाहर फेंक दिया गया। उन्होंने इसे सरकार की ज्यादती और न्यायालय की अवमानना करार दिया।
मामला क्या है?
उदित राज के अनुसार, आवास उनकी पत्नी सीमा राज के नाम पर आवंटित है। पत्नी सेवानिवृत्त हैं और परिवार इस आवास में ज्यादा समय तक नहीं रहना चाहता। इसलिए वे निजी आवास की तलाश कर रहे थे। सीमा राज ने मंत्रालय को कुछ अतिरिक्त समय के लिए पत्र लिखा था। इस मामले को पटियाला हाउस कोर्ट में सूचीबद्ध किया गया है और अदालत ने उनकी अपील स्वीकार कर निदेशालय को नोटिस जारी किया है। अगली सुनवाई 28 अक्टूबर को होगी।
कांग्रेस की प्रतिक्रिया
कांग्रेस ने इस घटना को शर्मनाक बताते हुए कहा कि उदित राज ने हमेशा दलितों के अधिकारों और न्याय की लड़ाई लड़ी है। पार्टी ने आरोप लगाया कि सरकार की यह हरकत दलित विरोधी मानसिकता को प्रदर्शित करती है और दलितों की आवाज दबाने का प्रयास है।
उदित राज का बयान
उदित राज ने कहा कि अगर उनके साथ ऐसा अन्याय किया जा सकता है, तो आम गरीबों, दलितों और पिछड़ों के साथ कितनी ज्यादती हो रही होगी। उन्होंने सरकार की कार्रवाई की कड़ी निंदा की और न्याय की प्रक्रिया का सम्मान करने का आग्रह किया।




