पश्चिम मेदिनीपुर, 07 नवंबर (हि.स.)। पश्चिम बंगाल के एसएससी घोटाला पश्चिम बंगाल मामले में नया मोड़ आ गया है। स्कूल सर्विस कमीशन (एसएससी) द्वारा जारी “दागी शिक्षाकर्मियों” की सूची में अब राज्य मंत्री श्रीकांत महातो के भाई खोकन महातो का नाम भी शामिल किया गया है।
सूत्रों के अनुसार, 2016 के एसएससी ग्रुप-सी भर्ती पैनल को सुप्रीम कोर्ट ने रद्द कर दिया था। इसके बाद 3512 “अयोग्य कर्मचारियों” की सूची प्रकाशित हुई, जिसमें क्रमांक 1270 पर खोकन महातो का नाम है। खोकन महातो 2017 में झाड़ग्राम के बैता श्रीगोपाल हाई स्कूल में क्लर्क के पद पर नियुक्त हुए थे।
मंत्री ने दी सफाई, कहा अदालत तय करेगी सच्चाई
राज्य के उपभोक्ता संरक्षण एवं सहकारिता विभाग के मंत्री श्रीकांत महातो ने कहा, “हमने एसएससी के खिलाफ केस दायर किया है। आयोग की अपलोड की गई ओएमआर शीट हमने अदालत में सौंपी है। अदालत ही तय करेगी कि मेरे भाई को ‘टेंटेड’ क्यों कहा गया।”
विपक्ष का आरोप — ‘पद का दुरुपयोग’
भाजपा नेताओं ने इस पूरे मामले को लेकर मंत्री पर निशाना साधा है। पार्टी के जिला उपाध्यक्ष शंकर गुछैत ने कहा, “यह साफ है कि श्रीकांत महातो जैसे कई नेताओं ने अपने प्रभाव से परिजनों को नौकरी दिलाई। अब जब कोर्ट ने भर्ती रद्द की है, तो वे आयोग को दोष दे रहे हैं।”
पहले भी उठा था सवाल
2023 में जब ‘विकृत ओएमआर’ वाले उम्मीदवारों की सूची जारी हुई थी, तब भी श्रीकांत महातो ने कहा था कि अगर उनके भाई की नौकरी फर्जी साबित होती है, तो वे मंत्रिपद से इस्तीफा दे देंगे।




